टॉवर लगाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार

बुलंदशहर। साइबर क्राइम के मामलों में सक्रिय पुलिस टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए टॉवर लगाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के दो शातिर सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इन अभियुक्तों ने भोले-भाले लोगों को फर्जी दस्तावेजों के जरिए झांसा देकर बड़ी रकम ठगी थी।
मामले का खुलासा
शिकायतकर्ता राजू पुत्र मानक चन्द, निवासी ग्राम भैसरोली, थाना सलेमपुर, ने 28 सितंबर 2024 को साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि अज्ञात व्यक्तियों ने टॉवर लगाने का झांसा देकर उनसे ₹1,18,700 की ठगी की। इस मामले में थाना साइबर क्राइम पर मुकदमा संख्या 34/2024, आईटी एक्ट व भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
गिरफ्तारी और बरामदगी
पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर 16 दिसंबर 2024 को दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से निम्न सामान बरामद हुआ: 16,500 नगद, 2 मोबाइल फोन, 1 पासबुक, 1 एटीएम कार्ड।गिरफ्तार आरोपी
दीपक गोयल पुत्र उमेश चन्द गोयल, निवासी एफ-301, गली नंबर 15, खजूरी बाग, थाना खजूरी खास, दिल्ली। रेंजू रानी उर्फ रंन्जू यादव पत्नी विनय यादव, निवासी प्लॉट नंबर 69, गोपाल नगर, नजफगढ़ रेल फैक्टरी रोड, नई दिल्ली।
ठगी का तरीका
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे टॉवर लगाने के नाम पर फर्जी एप्रूवल लेटर, डिजिटल सैटेलाइट सर्वे, एग्रीमेंट बॉन्ड और अन्य कागजात तैयार कर लोगों को भेजते थे। इसके बाद, विभिन्न शुल्कों के नाम पर धनराशि अपने फर्जी खातों में ट्रांसफर कराते थे।
आगे की कार्रवाई
गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस टीम ने ठगी के इस गिरोह को पकड़ने में कुशलता का परिचय देते हुए अन्य पीड़ितों को भी सतर्क रहने की सलाह दी है।
साइबर क्राइम पुलिस की अपील
साइबर क्राइम थाना ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा दिए गए ऑफर या योजनाओं पर तुरंत विश्वास न करें। यदि आपको कोई संदिग्ध कॉल, ईमेल या मैसेज प्राप्त होता है, तो तत्काल साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराएं।