चेयरमैन की धमकी से भयभीत सभासदों ने अधिकारियों से जांचकर कार्रवाई की गुहार लगाई
हापुड़/गढ़मुक्तेश्वर। भ्रष्टाचार पनपने के साथ ही विकास कार्य ठप होने को लेकर शिकायत करने पर चेयरमैन द्वारा एससी/एसटी के फर्जी मुकदमे दर्ज कराए जाने की धमकी से भयभीत चल रहे सभासदों ने अधिकारियों को दुखड़ा सुनाकर जांच और कार्रवाई की गुहार लगाई। विनय सागर, इकराम नूर, प्रदीप निषाद, लक्ष्मी यादव, अरुण गौड़, अंकित कंसल, लोकेश कुमार, ममता सूद, किरण देवी, कुसुम यादव, सीमा मेहताब, सुंदर यादव, विनय यादव, ओमवीरी देवी, प्रवेश कुमार समेत डेढ़ दर्जन से भी अधिक सभासदों ने एडीएम को पत्र सौंपते हुए अपना दुखड़ा सुनाया। सभासदों ने बड़े ही बेबाक ढंग में आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार पनपने के साथ ही विकास कार्य न होने की शिकायत करने पर चेयरमैन राकेश बजरंगी द्वारा खुलेआम धमकी दी जा रही हैं। जिनमें चेतावनी दी जा रही है कि अगर चुप न बैठे तो फिर एससी/एसटी के फर्जी मुकदमों में फंसकर जेल की हवा खानी पड़ेगी। सभासदों ने आरोप लगाया कि ठेकेदारों का पेमेंट करने के नाम पर चेयरमैन द्वारा खुलेआम कमीशन मांगा जा रहा है, जिसकी सोशल मीडिया पर कई बार ऑडियो भी वायरल हो चुकी हं। सभासदों ने आरोप लगाया कि चेयरमैन और ईओ के बीच चल रही आपसी तकरार के कारण जनहित से जुड़े विकास कार्य ठप होने के साथ ही जन समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। लिपिक जनता के साथ ही सभासदों तक की कॉल रिसीव नहीं करते हैं। पूर्णिमा अमावस्या के साथ ही धार्मिक मेलों के दौरान ब्रजघाट में बैरिकेडिंग के नाम पर छोड़े जाने वाले ठेके में बड़े स्तर पर घपलेबाजी चल रही है। सभासदों ने आरोप लगाया कि ब्रजघाट पार्किंग ठेके में जीएसटी शामिल होने से आम जनता समेत श्रद्धालुओं से पर्ची काटने के दौरान इसकी वसूली भी की जा रही है, परंतु संबंधित रकम एक साल से जमा न होने के कारण लाखों रुपए की चपत लग चुकी है। सभासदों ने आरोप लगाया कि एक लिपिक ने पालिका से जुड़ा करीब 50 लाख रुपया खाते में जमा करने की बजाए अपने निजी कार्यों में उपयोग कर लिया। एक अन्य लिपिक ने टैक्स से जुड़ी रसीदों में बड़ी घपलेबाजी का खेल कर दिया है, जिससे टैक्स जमा करने के बाद भी सैकड़ों लोग आए दिन पालिका कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर हैं। परंतु एक साल बीतने के बाद भी लिपिक पर कोई कार्रवाई संभव नहीं हो पाई है।
इस संबंध में एडीएम संदीप कुमार सिंह ने जांच के बाद कार्रवाई कराने का भरोसा दिया। और इस संबंध में चेयरमैन राकेश बजरंगी का कहना है, कि आरोप पूरी तरह निराधार हैं, क्योंकि अधिकांश सभासद उन पर अवैध धन लेने का अनैतिक दबाव बनाते आ रहे हैं।