नाले में बहे मासूम शिवा का छह हफ्तों बाद भी नहीं लगा कोई सुराग
अभागा पिता कामकाज छोडक़र नाले की खाक छानने को मजबूर, मजदूरी पर न जाने से घर में भुखमरी का संकट पैदा हुआ, बेटे के गम में मां भी चल रही है तभी से बीमार, पीड़ित ने शासन स्तर से आर्थिक मदद की लगाई गुहार
हापुड़। नाले में गिरकर लापता हुए इकलौते मासूम बेटे का डेढ़ माह बाद भी कोई अता पता न लगने पर नाले की खाक छानते घूम रहे मजदूर के घर में भुखमरी की स्थिति बनी हुई है। पीड़ित ने शासन स्तर से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है। गढ़ के मोहल्ला नई बस्ती में 31 जुलाई की देर शाम को झमाझम बारिश होने के दौरान संजय कुमार का तीन वर्षीय इकलौता बेटा शिवा कीचड़ में पैर फिसलने पर घर के सामने से होकर निकल रहे उफनते नाले में बहकर लापता हो गया था। पालिका स्तर से गोताखोर लगाए जाने के बाद भी डेढ़ माह के भीतर मासूम का कोई अता पता लग पाना संभव नहीं हो पाया है। जिगर के टुकड़े के मिलने की आस में लाचार पिता मजदूरी छोडक़र नाले की खाक छानता घूम रहा है। इकलौते बेटे के नाले में बहने की दर्दनाक घटना के बाद से मां भी मानसिक तनाव में घिरकर बीमार चल रही है। जिससे घर में आर्थिक तंगी होने के कारण भुखमरी जैसी नौबत आ गई है। संजय कुमार ने नाले में गिरकर लापता हुए अपने इकलौते बेटे का डेढ़ माह बाद भी कोई अता पता न लगने के साथ ही आर्थिक तंगी का हवाला देकर शासन स्तर से आर्थिक मदद दिलाए जाने की गुहार लगाई है। एसडीएम साक्षी शर्मा ने पीड़ित को भरोसा दिया कि इस संबंध में शासन को रिपोर्ट भेजकर हरसंभव आर्थिक मदद दिलाए जाने का भरसक प्रयास किया जाएगा।