सरसों की फसल पर माहू सफेद गिरवी का प्रकोप
By:Yunus Khan हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर। सर्दी के साथ ही प्रदूषण बढ़ने से सरसों की फसल पर माहू, सफेद गिरवी रोग का प्रकोप बढ़ रहा है। इस पर जल्द नियंत्रण नहीं किया गया तो फसल उत्पादन में भारी गिरावट आ सकती है। पीपीओ ने अनेक गांवों में फसल का निरीक्षण कर किसानों को बचाव की जानकारी दी है। पीपीओ/जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि पिछले दिनों कोहरा पड़ने से सरसों की फसल पर माहू (चेपा) रोग का प्रकोप बढ़ रहा है। माहू कीट सरसों की पत्तियों का रस चूसकर पौधे को कमजोर कर देता है। इसके प्रकोप से पौधे पर चिपचिपा पदार्थ जम जाता है और पौधा नष्ट हो जाता है। उन्होंने बताया कि माहू कीट के प्रकोप से फसलों को बचाने के लिए किसान मॉनोक्रोटोफॉस 36 ईसी की 750 एमएल मात्रा 400-600 लीटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टेयर फसल पर स्प्रे कर सकते हैं। फसलों के निरीक्षण के दौरान सरसों पर सफेद गिरवी रोग का प्रकोप भी देखने को मिला है। इसके प्रकोप से पौधे की पत्तिया पीली पड़ जाती हैं। पौधे की टहनियां टेड़ी होकर सूखने लगती हैं। यह रोग बहुत तेजी से फसल पर फैलता है। उन्होंने बताया कि उक्त रोग की रोकथाम के लिए किसान मेनकॉजेब 75 डब्लूपी या जिनेब 75 डब्लूपी की दो किलोग्राम मात्रा 400-600 लीटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टेयर फसल पर स्प्रे करा सकते हैं। झड़ीना, शाहपुर, कुलपुर, हैदरपुर गांवों में यह रोग अधिक है।