अवैध वसूली कर फसल लगाने के लिए लाखों रुपए लूट रहे दबंग भू माफिया।
रिपोर्ट गुलफाम सैफी संवाददाता
गढ़मुक्तेश्वर तहसीलदार धर्मेंद्र कुमार सिंह ने घटनास्थल का किया निरीक्षण। भले ही उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ दबंग भूमाफियाओं पर शिकंजा कसने की बात कह रहे हो मगर आज के हालात किसी से छिपे नहीं है प्रशासन को रुपए देने की बात कह कर किसानों से आज भी कुछ दबंग भू माफिया अवैध वसूली कर रहे हैं। गंगा की रेती पर प्रशासन की आड़ में भू माफियाओ का अवैध वसूली का कारोबार खूब फल फूल रहा है। गंगा की रेती में फसल लगाने के चलते प्रशासन को रुपए देने की बात कहकर भोले भाले किसानों से पैसे वसूले जा रहे हैं। बताते चलें कि गढ़मुक्तेश्वर तहसील क्षेत्र के पुष्पावती पूठ द्रोणाचार्य की नगरी शंकराटीला ग्राम रहरवा एवं किरावली आदि गांव में गंगा किनारे करीब 1400 किसान सब्जियों की खेती कर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। भूमाफियाओं की दबंगई से परेशान होकर शंकराटीला ग्राम प्रधान संजय कुमार ने गढ़मुक्तेश्वर उप जिलाधिकारी साक्षी शर्मा से इस मामले की शिकायत की। तभी एसडीएम ने तत्काल प्रभाव से मामले की गंभीरता को समझते कार्रवाई की बात कही। वहीं गढ़मुक्तेश्वर तहसीलदार धर्मेंद्र कुमार सिंह पुष्पावती पुठ पहुंचे जहां उन्होंने पूठ ग्राम प्रधान से बातचीत करते हुए कहा कि यह सरकार की जमीन है इस पर किसी को भी खेती करने का कोई अधिकार नहीं है जो भी इसमें निर्णय लेगा वह प्रशासन लेगा। बिना प्रशासन की अनुमति के कोई भी किसी भी तरीके की खेती करता है तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दे की शंकरा टीला ग्राम प्रधान संजय कुमार ने अपनी शिकायती पत्र में कहा है कि गंगा जी के खादर में राजस्व अभिलेखों के खसरा नंबर 1,2,3 में लगभग 3200 बीघा रखवा दर्ज है और पैमाइश में भी यह साबित हो चुका है कि शंकर टीला खादर क्षेत्र का है परंतु दूसरे जनपद अमरोहा या गंगा पार के कुछ दबंग व्यक्तियों ने जो कि बड़े पैमाने पर भूमाफिया हैं। जनपद अमरोहा के प्रशासन ने मिलकर उन्होंने उसे पर अवैध रूप से लाखों रुपए की वसूली करते हुए पिपलौती खुर्द के लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया है। अमरोहा की हसनपुर तहसील प्रशासन से मिलकर ये भू माफिया अवैध वसूली कर रहे है।
आपको बता दे कि खादर के रेतीले मैदान में खेती करना भी कानूनन वैध नहीं है परंतु इन किसानों की आजीविका ही इस पर निर्भर है जो खेती साल दरसाल करते आ रहे हैं लेकिन अपने रसूक और प्रशासन के चाहते बनाकर कुछ दबंग भू माफिया अपनी जेबें को भर रहे हैं जानकारी के अनुसार यह लोग किसानों के प्रति बीघा 5 से ₹10 हजार किसानों से ऐंठ रहे हैं। गांव में टीम बनाकर यह लोग वसूली करते हैं वहीं कुछ अगर ग्रामीणों की माने तो कुछ लोगों ने टीम बनाई हुई है। जो यह लोग गंगा की रेती पर फसल लगाने के एवज में प्रशासन को रुपए देने की बात कह कर रुपए आते हैं कई बार तो यह फसल उगाने के बाद प्रशासन द्वारा नष्ट करने से बचने के नाम पर भी वसूली करते हैं गंगा की इस रेती पर लगभग 80% जमीन पर खीरे टिंडे टमाटर ककडी सीताफल खरबूज तरबूज आदि की फसल होती है वहीं 20% जमीन पर गेहूं और गन्ने की खेती भी उगाई जाती है ऐसे में दबंग भू माफिया लोग तो शॉर्टकट के चलते गन्ने में गेहूं की खेती करते हैं जबकि कमजोर एवं गरीब लोग चंद महीनों के लिए गंगा का जलस्तर कम होने पर सब्जी आदि की फसल से उगाकर अपना खर्चा चलाते हैं। वहीं अब गढ़मुक्तेश्वर उप जिलाधिकारी साक्षी शर्मा ने अवैध रूप से कब्जा करने वाले ऐसे भूमाफियाओं पर कार्यवाही करने की बात कही है।