मूर्ति विसर्जन को लेकर पुलिस और भक्तों की हुई नोकझोंक
■- पुलिस ने समझा बुझाकर लौटा दिया बैरंग ■- तयशुदा स्थानों पर पहुंचकर ही करना पड़ा विसर्जन
हापुड़। गंगा में गणपति बप्पा की मूर्तियों का विसर्जन करने आए भक्तों को पुलिस ने कड़ा रुख अपनाते हुए समझा बुझाकर वापस लौटा दिया, जिसके बाद उन्हें तयशुदा स्थानों पर पहुंचकर मूर्तियों का विसर्जन करना पड़ा। एनजीटी की रोक लगी होने के बाद भी गणपत्ति बप्पा के कुछ भक्त मोक्ष दायिनी गंगा मैया की जलधारा में मूर्तियों का विसर्जन करने की जिद पर अड़े हुए हैं। गाजियाबाद से आया ऐसे ही भक्तों का एक जत्था बुधवार की दोपहर को ढोल नगाड़ों पर परंपरागत नृत्य और रंगों की होली खेलता हुआ गणपति बप्पा की मूर्ति को लेकर ब्रजघाट तीर्थनगरी में पहुंच गया। भक्तों द्वारा मूर्तियों को गंगा मैया की जलधारा में विसर्जित करने को लेकर जरूरी तैयारी की जा रही थी, जिसकी भनक लगते ही हरकत में आई पुलिस आनन फानन में मौके पर पहुंच गई। जिसने गंगा में मूर्ति विसर्जित करने से रोकने का प्रयास किया तो भक्तों की भीड़ भडक़ कर पुलिस वालों से नोकझोंक करने लगी। इसी बीच चौकी प्रभारी इंद्रकांत यादव ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल समेत हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देकर गणपति भक्तों को समझा बुझाकर शांत कर लिया। चौकी प्रभारी ने बताया कि मूर्तियों पर हानिकारक केमिकलयुक्त रंग और पेंट लगा होता है, जो पानी में घुलकर प्रदूषण बढ़ाने के साथ ही दुर्लभ प्रजाति के जलीय जीव जंतुओं के लिए भी गंभीर खतरा उत्पन्न करता है। इसलिए एनजीटी के आदेशों का अनुपालन कराने के उद्देश्य से पुलिस और प्रशासन द्वारा ब्रजघाट में श्मशान घाट के पास तालाबनुमा गड्ढा खुदवाया हुआ है, जिसमें मूर्ति विसर्जन किया जा रहा है। इसके उपरांत भक्त संतुष्ट होकर गंगा किनारे से लौट गए और श्मशान घाट के पास वाले तालाबनुमा गड्ढे में वैदिक रीति रिवाज से मूर्तियों का विसर्जन कर वापस चले गए। एसडीएम साक्षी शर्मा ने बताया कि ब्रजघाट में श्मशान घाट के पास वाले गड्ढे के अलावा भी मेरठ रोड पर गांव दौताई और दिल्ली रोड पर गांव अठसैनी के पास मध्य गंग नहर में मूर्ति विसर्जन के लिए स्थान चिन्हित करते हुए वहां जन सुविधाओं के साथ ही सुरक्षा की व्यवस्था भी कराई हुई है।