अमनचैन के साथ हुई जुमे की नमाज
-मस्जिदों के आसपास से लेकर संपर्क रास्तों पर रही कड़ी निगरानी -पुलिस लगातार करती रही सघन गश्त -मिश्रित आबादी वाली मस्जिदों में नमाज देरी से अता की गई

हापुड़। जुमे की नमाज के बाद विश्व शांति, मानव कल्याण. अमनचैन और आपसी सौहार्द की मजबूती के साथ ही देश में खुशहाली के लिए मस्जिदों में सामुहिक दुआ मांगी गई। दुंलहैंडी के दिन रंग खेले जाने के कारण रमजान माह के दूसरे जुमे की नमाज को लेकर शुक्रवार को पुलिस प्रशासन द्वारा कड़ी निगरानी के साथ ही सडक़ों पर सघन गश्त की गई। मिश्रित आबादी से जुड़ीं मस्जिदों से लेकर नमाज संपन्न होने तक आवागमन वाले रास्तों पर भी विशेष निगरानी रखी गई। एसडीएम साक्षी शर्मा, सीओ स्तुति सिंह, तहसीलदार धर्मेंद्र सिंह, इंस्पेक्टर नीरज कुमार गढ़, महेंद्र सिंह बहादुरगढ़, एसओ सुमित तोमर सिंभावली, चौकी प्रभारी इंद्रकांत यादव अपने क्षेत्रों में सुबह से लेकर नमाज संपन्न होने तक गश्त करते हुए सुरक्षा और शांति व्यवस्था का जायजा लेने में जुटे रहे। नमाज संपन्न होने के बाद गढ़, बहादुरगढ़, सिंभावली, बक्सर, नानपुर, झड़ीना समेत समूचे क्षेत्र की मस्जिदों में सामुहिक तौर पर मानव कल्याण, विश्व शांति, भाईचारा और सांप्रदायिक सौहार्द की मजबूती, देश में खुशहाली, कुदरती अजाब और जानलेवा बीमारियों से बचाव को दुआ की गई।मिश्रित आबादी वाली मस्जिदों में जुमे की नमाज देरी से अदा की गई
दुलहैंडी के अवसर पर सुबह से ही रंग खेलने का सिलसिला प्रारंभ हो गया था, जिसके मद्देनजर मजहबी उलेमाओं द्वारा पहले ही मिश्रित आबादी से जुड़ीं मस्जिदों में देरी से नमाज होने का एलान कर दिया था। इसी के चलते मिश्रित आबादी वाली मस्जिदों में दोपहर दो बजे रंग खेलने का सिलसिला समाप्त होने के बाद नमाज अता कराई गई, हालांकि मुस्लिम बाहुल्य इलाकों वाली मस्जिदों में नियत समय पर ही नमाज अता की गई। जामा मस्जिद के इमाम हाफिज मोहम्मद अजहर ने बताया कि रंग खेले जाने के मद्देनजर मिश्रित आबादी वाली मस्जिदों में एहतियात के तौर पर दोपहर दो बजे के बाद देरी से नमाज अता कराई गई है।
कांग्रेसियों ने मस्जिद में पहुंचकर भाईचारा और आपसी सौहार्द की मजबूती को दुआ की
गढ़ क्षेत्र के गांव झड़ीना की मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद जिलाध्यक्ष मिथुन सुबोध त्यागी के नेतृत्व में दर्जनों कांग्रेसी कार्यकर्ता भी पहुंचे। जिन्होंने नमाजियों के साथ मिलकर आपसी भाईचारा और सांप्रदायिक सौहार्द की मजबूती के लिए सामुहिक दुआ में भाग लिया।