तेजी से बढ़ता गंगा का जलस्तर खादर क्षेत्र के ग्रामीणों की बैचेनी बढ़ा रहा
हापुड़। गंगा के जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी के साथ ही खादर क्षेत्र के ग्रामीणों की बैचेनी भी बढ़ती जा रही है। सावन का महीना बीतने के बाद बाढ़ की संभावना के चलते अपने घरों को छोड़कर शरणार्थी शिविरों में जाने की आशंका के चलते ग्रामीणों की नींद उड़ी हुई है। वहीं प्रशासन बाढ़ की संभावना से इंकार कर रहा है। सितंबर माह में हो रही झमाझम बारिश खादर क्षेत्र के ग्रामीणों के लिए एक बार फिर परेशानी का सबब बनने लगी है। बिजनौर बैराज से अतिरिक्त जल छोड़े जाने के कारण गढ़-ब्रजघाट में गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी होने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार से शनिवार की शाम तक गढ़ क्षेत्र में गंगा के जलस्तर में 16 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। गंगा का उफान बढ़ने के साथ ही खादर क्षेत्र के गांव कुदैनी की मढ़ैया, नयागांव इनायतपुर के घेर, भगवतंपुर, लठीरा, नयाबांस, गड़ावली के साथ ही करीब एक दर्जन से अधिक गांवों लोग आशंकित हैं। बाढ़ नियंत्रण कक्ष मेरठ के अनुसार शुक्रवार को ब्रजघाट में गंगा का जलस्तर 198.38 मीटर (समुद्र तल से) के निशान पर था, वहीं शनिवार की शाम तक 198.54 मीटर तक जा पहुंचा। 199 मीटर पर पहुंचते ही अलर्ट और 199.34 मीटर पर रेड अलर्ट घोषित कर दिया जाता है। बिजनौर बैराज से लगातार डिस्चार्ज जारी है। रविवार को क्षेत्र में पहुंचने पर जलस्तर और बढ़ने की संभावना है।
क्या कहते हैं अधिकारी
बारिश के कारण जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है। बारिश थमने के साथ ही जलस्तर कम होने लगेगा। बाढ़ की फिलहाल कोई संभावना नहीं है। जलस्तर की लगातार निगरानी कराई जा रही है।- साक्षी शर्मा, एसडीएम