दो दिन के भीतर बुखार से दूसरी मौत होने से गांव में अजीब सी दहशत
दो दिन के भीतर बुखार से दूसरी मौत होने से गांव में अजीब सी दहशत
हापुड़। दो दिन के भीतर बुखार से दूसरी मौत होने से गांव में अजीब सी दहशत व्याप्त हो गई है, हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाकर मरीजों का परीक्षण और जरूरी दवाओं का वितरण किया है। गढ़ क्षेत्र के गांव झड़ीना में बृहस्पतिवार की तड़के में मजदूर सोनू के छह वर्षीय बेटे वीर की मौत हो गई, जो गांव में ही तीसरी क्लास की पढ़ाई कर रहा था।
पिता सोनू ने बताया कि एक सप्ताह पहले बुखार होने से तबियत बिगडने पर पहले गांव और फिर गढ़ चौपला के निजी चिकित्सक से उपचार कराया गया था, परंतु कोई सुधार होने की बजाए जब वीर की हालत और भी ज्यादा बिगड़ती चली गई तो उसका मेरठ के एक निजी चिकित्सक से उपचार कराया गया। लेकिन इसके बाद भी बेटे की हालत में कोई सुधार होने की बजाए उसकी मौत हो गई।
बता दें कि इससे पहले बुधवार को मेरठ के निजी अस्पताल में भर्ती चल रहे किसान नेता श्यामवीर त्यागी की मौत हो गई थी। दो दिनों के भीतर दो मौत होने के कारण बुखार से पीड़ित रोगियों समेत उनके परिजन बुरी तरह भयभीत हो रहे हैं। हालांकि दो दिन में दो मौत होने के बाद स्वास्थ्य विभाग नींद से जागते हुए हरकत में आ गया है, जिसने गांव में कैंप लगाकर रोगियों का परीक्षण करते हुए उन्हें जरूरी दवाओं का वितरण भी किया है।
सीएचसी अधीक्षक डॉ.दिनेश कुमार भारती का कहना है कि छह वर्षीय वीर की मौत होने के विषय में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है, परंतु अब विभागीय टीम से जांच कराकर मौत के असल कारण का पता लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि गांव में कैंप लगाकर सौ से अधिक रोगियों का परीक्षण करते हुए जरूरी दवाओं का वितरण किया गया है।