कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह चौकन्ना
By:Robin Sharma हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर। फाल्गुन मास की कांवड़ यात्रा के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने नेशनल हाईवे पर मालवाहक और भारी वाहनों का आवागमन रोकने की जो रणनीति बनाई है, उस पर आज से अमल चालू होने के बाद वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से होकर आवागमन करना पड़ेगा। हरिद्वार से कांवड़ ला रहे शिवभक्तों की वापसी तीन दिन के भीतर प्रारंभ हो जाएगी। ब्रजघाट तीर्थनगरी गंगा से कांवड़ ले जाने वाले शिवभक्तों की संख्या में भी अब बढ़ोतरी होने लगी है। कांवडियों की सुरक्षा के साथ ही उन्हें आवागमन में कोई दिक्कत न हो, इस लिहाज से पुलिस प्रशासन पूरी तरह चौकन्ना हो गया है। देश की राजधानी से प्रदेश की राजधानी को जोडऩे वाले नेशनल हाईवे पर भारी और मालवाहक वाहनों का आवागमन मंगलवार की रात से रोका जाना प्रस्तावित है। जिसके बाद इस रूट पर चलने वाले वाहनों को वैकल्पिक रास्तों से होकर अपने गंतव्य तक पहुंचना होगा।
सीओ आशुतोष शिवम का कहना है कि कांवड़ लाने ले जाने वाले शिवभक्तों की सुरक्षा के मद्देनजर नेशनल हाईवे पर भारी वाहनों का रूट परिवर्तित करने की रणनीति तैयार की गई है। जिसके लागू होने पर भारी और माल वाहक वाहनों को परिवर्तित मार्ग से होकर निकाला जाएगा। हालांकि बेहद जरूरी आवश्यक्ता से जुड़े रसोई गैस, दूध और हरी सब्जी के वाहन परमीशन के बाद हाईवे से होकर आ जा सकेंगे। रूट डायवर्जन की प्रक्रिया आठ मार्च की रात तक लागू रहेगी।
डायवर्जन लागू होने के दौरान भारी और माल वाहक वाहन वैकल्पिक रास्तों से होकर निकलेंगे
■दिल्ली से मुरादाबाद की तरफ जाने वाले वाहनों को गाजियाबाद के लाल कुआं से वाया बुलंदशहर होकर नरौरा से निकाला जाएगा। हापुड़ की तरफ से आने वाले वाहनों को वाया बुलंदशहर होकर नरौरा से निकाला जाएगा। गढ़ की तरफ से गंगा पार जाने वाले वाहनों को स्याना से वाया बुलंदशहर होकर नरौरा से निकाला जाएगा। मेरठ की तरफ से आने वाले वाहनों को वाया बिजनौर होकर निकाला जाएगा। मुरादाबाद से मेरठ जाने वाले वाहन वाया बिजनौर होकर निकलेंगे। मुरादाबाद से दिल्ली-गाजियाबाद जाने वाले वाहन वाया बहजोई से नरौरा होकर निकलेंगे। अमरोहा से गाजियाबाद-दिल्ली की तरफ जाने वाले वाहन वाया नरौरा और मेरठ जाने वाले वाहन वाया बिजनौर होकर निकलेंगे।
रूट में बढ़ोतरी होने से डीजल की खपत के साथ ही टाइम में भी हो जाएगा इजाफा
कांवड़ यात्रा के मद्देनजर दिल्ली लखनऊ नेशनल हाईवे पर रूट डायवर्जन होने के दौरान भारी और मालवाहक वाहनों को अपने गंतव्य स्थलों तक पहुंचने के लिए काफी लंबा फेर काटना मजबूरी हो जाएगी। जिससे उक्त वाहनों को अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए कहीं अधिक डीजल की खपत करने के साथ ही समय भी अधिक खर्च होगा।