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निजी दुकानों पर राशन बेच रहे अपात्र

By:Yunus Khan हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर। तहसील क्षेत्र में कई व्यापारी माल की खरीद फरोख्त बिना मंडी शुल्क दिए ही कर रहे हैं। न तो मंडी विभाग इस तरफ ध्यान देकर कार्रवाई करता है, न ही तहसील प्रशासन में बैठे अधिकारी इस तरह के व्यापारियों पर कार्रवाई करते हैं। कई व्यापारी ऐसे हैं, जो व्यापारी मंडी शुल्क जमा किए ही दूसरे जनपदों में वाहनों में सामान को लादकर भेज रहे हैं। इस तरफ स्थानीय तहसील प्रशासनिक अधिकारी और मंडी के अधिकारी कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं। जिसके चलते सरकारी राजस्व को भी भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। नगर में गेहूं चावल समेत अन्य वस्तुओं की खरीद फरोख्त करने वाले एजेंट मंडी शुल्क को जमा करने से बचते हैं। जबकि शासन के सख्त आदेश हैं, सब्जी, फल समेत अव्य वस्तुओं को जब अन्य जनपद में भेजा जाए तो उस पर मंडी शुल्क अवश्य लगाएं। लेकिन गढ़ क्षेत्र की बात की जाए तो रोजाना दर्जनों ट्रक बिना मंडी शुल्क जमा किए ही निकल जाते हैं। इस तरफ कोई भी ध्यान नहीं देता है। जबकि कई टन माल बिना मंडी शुल्क दिए ही यहां से जा रहा है।

अपात्र ले रहे हैं सरकारी राशन के चावल
हजारों ऐसे अपात्र कार्ड धारक हैं, जो सरकारी राशन का लाभ ले रहे हैं। गेहूं तो उपयोग में ले रहे हैं, लेकिन चावल को निजी दुकानों पर जाकर बेच रहे हैं। वहीं कुछ व्यापारी ऐसे हैं, जिनको गढ़ से लोड करने के बाद कचरी या अन्य फ्लोर मिल में भेजते हैं। लेकिन आपूर्ति विभाग द्वारा ऐसे कार्ड धारकों पर कार्रवाई नहीं हो रही है।

क्या बोले अधिकारी
इस संबंध में एसडीएम अंकित कुमार वर्मा ने बताया कि ऐसे लोगों की जांच की जाएगी और अपात्र कार्ड धारकों के सत्यापन के लिए पूर्ति निरीक्षक को निर्देशित किया जाएगा।

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