लकड़ी माफियाओं ने रातों रात जामुन के सौ से भी अधिक हरे भरे प्रतिबंधित पेड़ों को किया धराशाई

हापुड़। प्रतिबंधित पेड जामुन लगभग 80 पेड बिना परमिट कटान सदरपुर के जंगल मे सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम। बहादुरगढ़ क्षेत्र के गांव सदरपुर के जंगल में लकड़ी माफियाओं ने रातों रात जामुन के सौ से भी अधिक हरे भरे प्रतिबंधित पेड़ों को धराशाई कर दिया, जो आनन फानन में सैकड़ों कुंतल लकड़ी लेकर बड़ी आसानी के मौके से फरार भी हो गए। हरे भरे पेड़ों पर बेखौफ ढंग में चलाए गए आरे की इस घटना को सोशल मीडिया द्वारा बड़ी प्रमुखता के साथ वायरल किया गया तो हडक़ंप मचते ही वन विभाग हरकत में आ गया। टीम ने संबंधित जंगल में पहुंचकर जांच पड़ताल की तो वहां जामुन के हरे भरे पेड़ों से जुड़ीं करीब अस्सी जड़ों के अवशेष मिल गए। वन विभाग ने अपनी विफलता पर परदा डालते हुए आनन फानन में वन दरोगा संजीव कुमार की तहरीर पर गांव सदरपुर के खेत मालिक वचन सिंह समेत पेड़ों का अवैध ढंग में कटान करने वाले ठेकेदार पप्पू पलवाड़ा और नैनसिंह चित्तौड़ा के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। परमीशन के बिना अवैध ढंग में काटे गए प्रतिबंधित जामुन के पेड़ों की लकड़ी बरामद करने के उद्देश्य से वन विभाग की टीम ने क्षेत्र में संचालित हो रहीं आरा मशीनों पर बड़ी बारीकी के साथ छापामारी की। वन रेंजर करनसिंह ने बताया कि छापामारी के दौरान गांव सदरपुर में स्थित आरा मशीन पर अवैध रूप से काटे हुए जामुन के कई पेड़ों की लकड़ी पड़ी हुई मिली, जिसके आधार पर मैसर्स हरप्यारी की आरा मशीन को तत्काल सील करते हुए अग्रिम विभागीय कार्रवाई की जा रही है।