Blogउत्तर प्रदेशएक्सक्लूसिव खबरेंदिल्ली एनसीआरप्रशासनहापुड़

मिट्टी के अवैध खनन पर चला प्रशासन का चाबुक, अवैध खनन से जुड़े सिंडिकेट में मचा हडकंप

सरकारी राजस्व को बड़े स्तर पर लग रहा है चूना, खनन माफिया नियम कानून की धज्जी उड़ाकर भर रहे जेब, चार्ज संभालते ही एसडीएम ने दिखाए अपने तेवर, तीन डंपर समेत पॉपलेन मशीन की सीज

By:Kabal Singh हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर। शासन स्तर से पूरी तरह रोक लगी होने के बाद भी अवैध रूप से मिट्टी का खनन करते हुए नियम कानून की धज्जियां उड़ाकर अपनी जेब भर रहे माफियाओं में एसडीएम की छापामार कार्रवाई से हडकंप मच गया है। देर रात तक चली कार्रवाई के दौरान मिट्टी से भरे तीन डंपर समेत एक पॉपलेन मशीन को कब्जे में कर लिया गया। प्रदेश शासन द्वारा परमिशन के बिना नहर नदियों से बालू रेत और जंगल से मिट्टी के खनन पर पूरी तरह रोक लगाई हुई है। परंतु इसके बाद भी गढ़ क्षेत्र में पिछले काफी अरसे से मिट्टी के अवैध खनन का गोरख धंधा बड़े स्तर पर फल फूल रहा है। अति व्यसतम दिल्ली लखनऊ नेशनल हाईवे के किनारे से लेकर सुनसान जंगलों में भी रात भर अवैध रूप से मिट्टी का खनन होने का खेल चलता आ रहा है। ताज्जुब की बात तो यह है की जिस नेशनल हाईवे से होकर विभिन्न विभागों के आला अधिकारियों का आवागमन लगा रहता है, वहां भी खनन माफिया पर कोई कार्रवाई संभव नहीं हो पाती है। गढ़ तहसील की नवनियुक्त एसडीएम साक्षी शर्मा शनिवार की रात में पुलिस को साथ लिए बिना ही महज अपने दो गार्डों के साथ सिंभावली क्षेत्र गांव मुरादपुर से जुड़े जंगल में पहुंच गईं। जहां उन्होंने मिट्टी से भरे तीन डंपर समेत एक पॉपलेन मशीन को कब्जे में ले लिया। इस कार्रवाई के दौरान लेडी सिंघम के रूप में नजर आईं एसडीएम के तेवर देख अवैध खनन स्थल पर मौजूद लोगों में भगदड़ मचने पर वे रफूचक्कर हो गए।

आखिर किसकी शह पर सफेद पोश खनन माफिया सरकार के आदेश को ठेंगे पर रखकर मनमानी करते हुए मोटी रकम कमा रहे हैं। अपने पहले कार्यकाल में प्रदेश के सबसे बड़े सूबे की सत्ता संभालते ही सीएम योगी ने अवैध खनन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने के मुद्दे को अपनी पहली प्राथमिकता में शामिल किया था, जिसका कई महीनों तक पूरा प्रभाव भी नजर आया था। क्योंकि बड़े स्तर पर घरपकड़ होने के कारण खनन माफिया ने अंडर ग्राउंड होकर अपनी सारी गतिविधियों को स्थगित कर दिया था। परंतु योगी सरकार का दूसरा कार्यकाल प्रारंभ होने के बाद अचानक खनन माफिया फिर से सक्रिय हो गया है, जिसके चलते गढ़ और ब्रजघाट के साथ ही सिंभावली, बक्सर, नानपुर, झड़ीना, बहादुरगढ़, डेहरा कुटी समेत अति व्यस्तम दिल्ली लखनऊ नेशनल हाईवे से लेकर मेरठ और बुलंदशहर रोड किनारे समूचे क्षेत्र में जगह-जगह अवैध मिट्टी खनन और भराव होता हुआ साफतौर पर दिखाई देने लगा है। मिट्टी खनन के इस गोरखधंधे में कई सफेद पोश लोग पूरी तरह संलिप्त चल रहे हैं। परंतु यह सवाल सबसे बड़ा हो गया है कि आखिर ऐसे लोगों को राजनीतिक तौर पर किस स्तर से संरक्षण हासिल है, जो प्रशासन और खनन विभाग के साथ ही पुलिस महकमा भी उनके गिरेबान पर हाथ डालने की बजाए अक्सर चुप्पी साधता चला आ रहा था।

Related Articles

Back to top button