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आज मुकद्दस रमजान माह का आखिरी जुमा अलविदा, जानिए कहां कितने बजे होगी नमाज

By:Robin Sharma

ढ़मुक्तेश्वर, हापुड़। मुकद्दस रमजान माह का आखिरी शुक्रवार जुमा अलविदा होता है, जिसे छोटी ईद के रूप में भी मनाया जाता है। क्योंकि छोटे बच्चे इस दिन अपनी जिंदगी का पहला रोजा रखते हैं, जिसकी खुशी में परिजनों द्वारा गरीब मजलूमों को खैरात, जकात, सदका देकर बलाओं से महफूज रहने की दुआ कराते हैं। मुबारक रमजान माह के आखिरी शुक्रवार को अलविदा जुमा माना जाता है, जिसे मुस्लिम समुदाय द्वारा छोटी ईद के रूप में भी मनाया जाता है। इस मुबारक दिन में अधिकांश छोटे बच्चे अपनी जिंदगी का पहला रोजा रखते हैं, जिसको लेकर उनके घरों में खुशी मनाते हुए गरीब मजलूमों को खैरात, जकात, सदका देकर अपने लाडलों को बुरी बलाओं से महफूज रहने की दुआ भी कराई जाती हैं। मजहबी मान्यता के अनुसार रमजान माह में एक नेकी का सवाब बढक़र सत्तर गुना हो जाता है। इसलिए रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करते हुए गरीब मजलूमों को खैरात, जकात और सदका देने की खास अहमियत मानी जाती है। दरगाह शरीफ मस्जिद के इमाम मुफ्ती मोहम्मद अनस का कहना है कि मजहबे इस्लाम में मुकद्दस रमजान माह से जुड़े जुमा अलविदा की एक खास अहमियत है, क्योंकि इस दिन को छोटी ईद की तरह मनाते हुए लोगों द्वारा अपने छोटे बच्चों से उनकी जिंदगी का पहला रोजा रखवाते हुए इस उपलक्ष्य में पड़ोसियों समेत जरूरतमंदों के घर इफ्तार सामग्री भी वितरित कराई जाती है।

पुलिस और प्रशासन ने क्षेत्र में बढ़ाई सतर्कता
मिश्रित आबादी वाले स्थानों पर जा रही खास निगरानी मजहबे इस्लाम के अहम फराइज में शुमार होने वाला मुकद्दस रमजान का महीना अब अपने आखिरी पड़़ाव पर आ पहुंचा है, जिसके तहत जुमा अलविदा की नमाज आज अता की जाएगी। जिसको लेकर पुलिस और प्रशासनिक स्तर से सतर्कता बढ़ाते हुए मिश्रित आबादी वाले स्थानों पर विशेष निगरानी कराई जा रही है। अनर्गल अफवाह और आपत्ति जनक पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रखी जा रही है। पालिका प्रशासन भी पेयजल और सफाई व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखने के उद्देश्य से तैयारी में जुटा हुआ है। एसडीएम साक्षी शर्मा, सीओ आशुतोष शिवम, इंस्पेक्टर विनोद कुमार पांडेय गढ़, सुरेश कुमार बहादुरगढ़, धर्मेंद्र कुमार सिंभावली और ब्रजघाट चौकी प्रभारी इंद्रकांत यादव का कहना है कि जुमा अलविदा के मद्देनजर पुलिस एवं प्रशासनिक स्तर से सभी तैयारी पूरी कर ली गई हैं, जिसके तहत नमाज पूरी होने तक अलविदा जुमे की नमाज वाली मस्जिदों से जुड़े रास्तों पर भारी वाहनों का संचालन पूरी तरह बंद रहेगा।

जुमा अलविदा की नमाज को लेकर मस्जिदों में साफ सफाई के साथ ही नमाजियों की सुविधा से जुड़ीं तैयारी जोरों पर चल रही हैं
जुमा अलविदा को लेकर मुस्लिम समुदाय से जुड़े परिवारों में इफ्तार को लेकर विशेष तैयारी चल रही हैं, जबकि मस्जिदों में साफ सफाई से लेकर नमाजियों की सुविधा के मद्देनजर पानी समेत सभी व्यवस्थाएं पूरी कराई जा रही हैं। नमाजियों को धूप से बचाव के लिए मस्जिदों में टैंट और शामियानों जैसी व्यवस्था भी की जा रही हैं। चेयरमैन राकेश बजरंगी और ईओ मुक्ता सिंह ने बताया कि जुमा अलविदा के मद्देनजर पालिका स्तर से सफाई के साथ ही पेयजल सप्लाई को लेकर अतिरिक्त बंदोबस्त किए गए हैं।

किस मस्जिद में कौन से वक्त अता होगी जुमा अलविदा की नमाज
1. मदरसा कुरैशियान, झंडेवाली मस्जिद दोपहर 12:50 बजे

2. मुख्य बाजार की फतेहपुरी मस्जिद, स्टेशन वाली मस्जिद, पुराने किले के पास इब्राहीम मस्जिद-दोपहर एक बजे

3. नगर की कुरैशियान मस्जिद, स्याना चौपला वाली मस्जिद-सवा बजे

4. दरगाह शरीफ, चौधरियान, चौपला और आदर्शनगर की आमना मस्जिद-डेढ़ बजे

5. काजियान मस्जिद-पौने दो बजे

6. नाजिम कालोनी, सरकारी अस्पताल के मदरसा मस्जिद और तहसील के पीछे आदर्श नगर की बिलाल मस्जिद-दो बजे

7. बड़े कब्रिस्तान वाली मस्जिद-ढाई बजे

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