हापुड़: जंगल में दूसरे दिन भी गोकसी होने से क्षेत्र के लोगों में आक्रोश
हिंदू संगठनों समेत हजारों की भीड़ ने जमकर किया हंगामा
हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर। लगातार दूसरे दिन भी प्रतिबंधित पशुओं के अवशेष मिलने से क्षेत्र में हडक़ंप मचने के साथ ही लोगों में भारी रोष व्याप्त हो गया है। मौके पर पहुंची हजारों की भीड़ समेत हिंदुवादी संगठनों ने हंगामा और विरोध प्रदर्शन करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई न होने पर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी। बिरसंगपुर के अगले ही दिन तिगरी गांव के सुनसान जंगल में प्रतिबंधित पशुओं के अवशेष मिलने से सिंभावली क्षेत्र में हडक़ंप मचने के साथ ही लोगों में भारी रोष व्याप्त हो गया है। खेतों में कामकाज करने जाते समय प्रतिबंधित पशुओं के अवशेष पर नजर पड़ते ही किसानों के होश उड़ गए। जिनके द्वारा दी गई सूचना बड़ी तेजी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल होने से समूचे क्षेत्र में फैल गई। कुछ ही देर के भीतर हिंदुवादी संगठन और भाकियू समेत हजारों की भीड़ मौके पर जुट गई। इसी दौरान पुलिस भी वहां पहुंच गई, जिसने पशु चिकित्सका विभाग की टीम के माध्यम से नमूने जांच को भिजवा दिए। अवशेषों को गड्ढे में दबवाने के लिए आनन फानन में जेसीबी मशीन भी मौके पर बुलवा ली गई, जिसे देखते ही मौके पर मौजूद हजारों की भीड़ में भारी रोष फैल गया। बजरंग दल के जिला संयोजक प्रभात कुमार, विहिप जिला प्रचारक शरनप्रीत, भाकियू अराजनैतिक के जिलाध्यक्ष पवन हूण गुर्जर, प्रधान रविंद्र सिंह समेत हजारों की भीड़ अवशेषों को दबवाने से पहले दोषियों का पता लगाकर उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कराए जाने की जिद पर अड़ गई। थाना प्रभारी/अंडर ट्रेनी सीओ पियूष, अपराध निरीक्षक विनोद कुमार पांडेय, बाबूगढ़ प्रभारी विजय गुप्ता ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने का भरोसा देते हुए भीड़ को शांत कर लिया। जिसके उपरांत अवशेषों को गड्ढा खुदवाकर दबवा दिया गया।
विरोध प्रदर्शन कर आरोपियो पर कार्यवाही की लगाई गुहार-
प्रतिबंधित पशुओं के अवशेष मिलने पर भडक़ी भीड़ ने घटना के विरोध में मौके पर ही प्रदर्शन और जमकर नारेबाजी की। विनोद, सुनील, प्रशांत, महेश, राजबीर, अतुल, दिनेश, सुखबीर, नेपाल, प्रदीप ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि गोकसी में संलिप्त चल रहे लोगों के विरुद्ध अगर जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो फिर विरोध में बड़ा आंदोलन करते हुए थाने का घेराव कर बेमियादी धरना प्रारंभ किया जाएगा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बिरसंगपुर के अगले ही दिन तिगरी के जंगल में अवशेष मिलने की घटना से साबित हो चुका है कि सिंभावली पुलिस गोकसों पर नकेल कसने में पूरी तरह विफल साबित हो रही है। जिसके कारण क्षेत्रीय लोगों में भारी रोष व्याप्त होने के साथ ही धार्मिक भावना भी आहत हो रही हैं।
माहौल बिगाड़ने का तो नहीं हो रहा प्रयास, होगी जांच-
बिरसंगपुर के अगले ही दिन तिगरी गांव के जंगल में प्रतिबंधित पशुओं के अवशेष मिलने से क्षेत्र में हडक़ंप मचने के साथ ही लोगों में भारी रोष व्याप्त हो रहा है। थाना प्रभारी/अंडर ट्रेनी पियूष का कहना है कि प्रतिबंधित पशुओं के अवशेष मिलने की घटना बेहद संगीन है, जिसको लेकर जांच करते हुए आरोपियों की सुरागरसी कराई जा रही है। गोकसी से जुड़ीं घटना कहीं क्षेत्र का अमनचैन बिगाडऩे का प्रयास तो नहीं हैं, इसको लेकर किए गए सवाल पर थाना प्रभारी का कहना है कि इस एंगल को लेकर भी जांच पड़ताल की जा रही है।