दो जनपदों के पुलिस प्रशासन द्वारा ट्रैफिक को बनी रणनीति श्रद्धा के सैलाब के आगे फेल हुई
हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर। भगवान भोले की आस्था में उमड़े श्रद्धा के सैलाब के आगे दो जनपदों के पुलिस प्रशासन द्वारा बनाई हुई साझा रणनीति के जवाब देने से गंगा में रातभर जाम की स्थिति बनी रही। सावन के चौथे सोमवार को भगवान भोले का जलाभिषेक करने को गंगा पार के जनपदों से शिवभक्तों की श्रद्धा का अपार सैलाब उमड़ पड़ा। शुक्रवार की देर शाम से चल रहे कांवड़ उठाने के क्रम में रविवार की रात को रिकॉर्डतोड़ बढ़ोतरी हो गई, जिससे सैकड़ों मीटर लंबे गंगा किनारे के साथ ही ब्रजघाट तीर्थनगरी और दिल्ली लखनऊ नेशनल हाईवे पर हर तरफ भगवाधारी शिवभक्तों का सैलाब नजर आ रहा था। एक तरफ शिवभक्तों का हुजूम गंगा जल भरकर अपने गंतव्य स्थलों को रवानगी कर रहे थे तो दूसरी ओर गंगा जल लेने को भारी भीड़ उमड़ रही थी। जिससे ब्रजघाट गंग पुल मेंं रातभर जाम की स्थिति बनी रही। गजरौला की तरफ जाने वाली नेशनल हाईवे की दोनों ही साइडों में तेज रफ्तार कार भी कछुवा गति में रेंगने को मजबूर रहीं। भगवान भोले की श्रद्धा में उमड़े शिवभक्तों के सैलाब ने चौथे सोमवार को होने वाले जलाभिषेक को लेकर अमरोहा और हापुड़़ के पुलिस प्रशासन द्वारा की हुईं व्यवस्थाओं को बौना साबित कर दिया। क्योंकि शुक्रवार की रात से चल रहे रूट डायवर्जन के तहत रविवार को कार जैसे छोटे वाहनों का आवागमन भी रोक दिया गया था, परंतु इसके बाद गंगा पुल से लेकर अमरोहा की तरफ वाले हाईवे को जाम के झाम से बचाया जाना संभव नहीं हो पाया। रविवार की देर शाम से लेकर सोमवार की सुबह तक हर हर महादेव और बम बम भोले के जयकारे गूंजने से समूचा वातावरण शिवमई रंग में डूबा रहा। गंगा सभा आरती समिति के संचालक कपिल नागर और श्री गंगा सेवा समिति के अध्यक्ष विनय मिश्रा का कहना है कि पिछले सालों की तुलना में इस बार सावन के चौथे सोमवार को ब्रजघाट गंगा से रिकॉर्डतोड़ स्तर पर कांवड़ उठी हैं और यह सिलसिला 19 अगस्त को अंतिम सोमवार का जलाभिषेक होने तक इसी तरह चलेगा।