नहर की सफाई कर निकली गई मिट्टी राहगीरों के लिए बनी मुसीबत
कई बार शिकायतों के बाद भी नहीं उठाई गई मिट्टी, जिलाधिकारी से भी की गई थी शिकायत
By:Robin Sharma हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर। मध्य गंग नहर में चल रही सफाई के दौरान बाहर निकाली जा रही सिल्ट के रोड पर ढेर लगाए जा रहे हैं। जिससे सडक बेहद छोटी होने से हजारों ग्रामीण और किसानों को आवागमन में दिक्कत के साथ ही दुर्घटनाओं का सामना भी करना पड़ रहा है। लोगों नें जिलाधिकारी से इस समस्या का समाधान करने की गुहार लगाई थी। जहां जिलाधिकारी प्रेरणा शर्मा ने जल्द ही समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया था।लेकिन उसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो सका है।
बिजनौर-बैराज से जा रही मध्य गंग नहर गढ़ क्षेत्र से होकर निकल रही है, जिसमें महीनों पहले सिंचाई विभाग द्वारा सिल्ट की सफाई का कार्य कराया गया था।जो क्षेत्रीय लोगों के लिए एक बड़ी मुसीबत का कारण बन गई है। संबंधित ठेकेदार द्वारा नहर की सफाई में निकाली जा रही सिल्ट के ढेर सडक किनारे पर लगाए गए हैं, जिससे नहर पटरी वाले रास्ते की सड़क बेहद छोटी होने के साथ ही उस पर मिट्टी और धूल की खूब भरमार है। नहर पटरी वाला रास्ता झड़ीना, सैदपुरा, हैदरपुर, कल्याणपुर, कुलपुर, शाहपुर चौधरी, मुकीमपुर, जमालपुर, खेड़ा, खडगपुर समेत क्षेत्र के दो दर्जन गांवों के आवागमन का मुख्य रास्ता है, जिससे होकर प्रतिदिन हजारों ग्रामीण और किसानों के साथ ही सैकड़ों छात्र छात्रा स्कूल कॉलेज आते जाते हैं।
नहर पटरी वाले इस शॉर्टकट रास्ते से होकर हस्तिनापुर के साथ ही सैकड़ों राहगीर किला परीक्षितगढ़ और मवाना के लिए भी आते जाते हैं। भारत भूषण त्यागी, शांतनु त्यागी, यूनिक त्यागी, दीपक शर्मा, चेतन शर्मा, उमेश शर्मा झड़ीना, भुजेंद्र प्रधान कल्याणपुर, बाँबी त्यागी हैदरपुर का कहना है कि नहर में हुई सफाई की मिट्टी को किनारे पर डाले जाने से सड़क संकरी होने के कारण आए दिन दुर्घटना हो रही हैं, जिनमें तीन दिन के भीतर महिला और बच्चों समेत कई ग्रामीण घायल भी हो चुके हैं।परंतु महीनों से लगातार शिकायत करने के बाद भी जनहित से जुडे इस समस्या से निजात मिल पानी संभव नहीं हो रही है। एसडीएम साक्षी शर्मा का कहना है कि सिंचाई विभाग के साथ ही संबंधित ठेकेदार को आवश्यक दिशा निर्देश देकर इस समस्या का समाधान जल्द ही कराया जाएगा।