हवस में अंधी हुई मां की ममता: जिस बच्ची को पिलाया दूध उसी को उतारा मौत के घाट
कलयुगी मां ने प्रेमी संग मिलकर अपनी ही बेटी को उतारा था मौत के घाट अब गिरफ्तार,गुस्साई मां ने मासूम को पहले डंडों से पीटा फिर उसका गला दबाकर मार दिया, फिर भी हत्यारोपी मां को चैन नहीं मिला और दराती से काट डाला
हापुड़। मां और बेटी के रिश्ते से बढ़कर कोई रिश्ता नहीं होता लेकिन रिश्तों की मर्यादा को तार-तार कर दिया गया। इस प्यारे रिश्ते को हवस में अंधी हुई मां ने उलट दिया। मां ही ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी उस बेटी को जिसको नौ माह कोख में रखा सात वर्ष तक पालन-पोषण किया अपना दूध पिलाया बेरहमी से मौत के घाट उतार कर दुनिया से दूर कर दिया। दरअसल मामला रविवार 31 मार्च 2024 का है। सात वर्षीय बच्ची काव्या खेलती हुई अचानक गायब हो गई थी जिस का शव गांव के ही खंडहर पड़े मकान में मिला था, काव्या की हत्या से अब पर्दा उठ गया है। दुनिया में मां से बड़ा कोई रिश्ता नहीं लेकिन जब वही मां अपने जिगर के टुकड़े को बेरहमी से मारकर मौत के घाट उतार दे तो इससे बड़ा कलयुग और नहीं हो सकता। मासूम का कसूर सिर्फ इतना था कि मासूम की मां सुरेखा का अपने ही जेठ के बेटे अंकित से प्रेम प्रसंग चल रहा था, मासूम का पिता राजेश बाहर ट्रक चलाता है वह जब गाड़ी पर चला जाता तब वह अपने जेठ के बेटे के साथ रंगरेलियां मनाती थी। मृतका काव्या ने जब मां सुरेखा को तहरे भाई अंकित के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखा और पूछा मम्मी तुम भैय्या के साथ क्या कर रही हो, पापा को घर आने दो उनको मैं सब कुछ बताऊंगी। यह कहना उस सात वर्षीय मासूम काव्या को मौत की नींद सुला गया। गुस्साई मां ने मासूम को पहले डंडों से पीटा फिर उसका गला दबाकर मार दिया, फिर भी हत्यारोपी मां को चैन नहीं मिला और दराती से काट डाला। यहां, हवस के सामने ममता हार गई बेटी की हत्या करते समय उसके हाथ नहीं कपकपाए।
क्या था मामला
जनपद हापुड़ की गढ़मुक्तेश्वर तहसील के थाना बहादुरगढ़ क्षेत्रान्तर्गत गांव जखैडा रहमतपुर से रविवार को संदिग्ध परिस्थितियों में सात साल की एक मासूम बच्ची अचानक गायब हो गई थी रविवार देर रात को गांव जखैडा रहमतपुर के ही खंडहर पड़े मकान में मासूम का शव मिल जाता है। तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी गई सूचना पर पहुंचे सीओ गढमुक्तेश्वर और कोतवाली प्रभारी बहादुरगढ़ सहित फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया पंचनामा भर पोस्टमार्टम की कार्रवाई कि गई, सोमवार सुबह दिन निकलते ही पुलिस कप्तान अभिषेक वर्मा ने भी गांव का दौरा किया लोगों से पुख्ता जानकारी जुटाई एसपी अभिषेक वर्मा को मौके पर कई अहम सुराग मिले मृतका के घर की दीवार पर कई खून के छींटे दिखाई दिए मकान को तुरंत सील किया गया हापुड़ एसपी ने कई टीमों का गठन किया।
कैसे किया खुलासा
सोमवार को एसपी अभिषेक वर्मा जब गांव जखैडा रहमतपुर पहुंचे तो सीओ गढ़मुक्तेश्वर आशुतोष शिवम के साथ साझा जानकारी और अहम बिंदुओ को लेकर जांच करने के लिये फोरेंसिक टीम को बुलाया गया। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से अपनी जांच शुरू की तो वहां से खून के कत्थे के आधार पर राउंड फिगर में सीधा संकेत मृतका के घर तक पहुंच गया और फिर मृतका के घर यानी राजीव के घर में ही फॉरेंसिक टीम को अहम सबूत मिल गए। घर में सबूतों को मिटाने का भी प्रयास किया गया था। ताजा तरीन गोबर मिट्टी से लिपाई कर (सबूत) खून के धब्बों को छिपाना हैण्डपम्प पर खून धोना कई सबूत फोरेंसिक टीम को मिले। जिसके बाद दौबारा तत्काल एसपी जखैडा रहमतपुर पहुंचे सभी बिंदुओ को जांच परख के बाद मकान से सबूत एकत्र करते हुऐ कब्जे मे लेकर मकान पर ताला बंदी कर दी गयी। एसपी ने कई टीमों का गठन किया जिसमें थाना पुलिस एवं साइबर क्राइम टीम ने मामले की गहनता से जांच पड़ताल की पुलिस ने शक के तौर पर मृतक काव्या की मां को हिरासत में ले लिया जब पुलिस ने पूछताछ की तो कई बातें सामने निकल कर आने लगी इस दौरान पुलिस का शक और भी गहरा होता चला गया। पुलिस ने मृतक काव्या के तहेरे भाई को हिरासत में ले लिया।
मासूम की हत्या करने के बाद दोनों हत्यारोपी पुलिस को बरगलाते रहे, मासूम का शव देखकर ग्रामीण भी हत्या करने वाले शैतान की जल्द गिरफ्तारी हो बस इस प्रयास मे जुट गये। लेकिन जब हत्या की घटना का पर्दाफाश हुआ तो मौत की खबर सुनकर आये नाना, मामा, नानी ननिहाल खडगपुर थाना मंझौला मुरादाबाद एवं दिल्ली से परिवार वाले और रिस्तेदार सब दांतो तले उंगली दबाकर रह गये।
पुलिस हिरासत में पुख्ता सबूत एकत्र करने हत्यारोपी मां को लेकर बहादुरगढ पुलिस घर पहुंची मकान की सील खोली तो पति राजीव के सामने उसने किस जगह भतीजे अंकित के साथ बेटी को मारा सब बता दिया इतना ही नहीं पुलिस को जहां बेटी को मारकर फैका था। वो जगह दिखाई और घटना के समय पहने कपड़े भी पुलिस को दिये। फिलहाल पुलिस ने घटना में प्रयुक्त किए गए उपकरणों को बरामद कर मंगलवार को दोनों आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
पुलिस से बचाने की पति से लगाती रही गुहार
पति से माफी मांगते हुऐ बचाने की मिन्नत करती रही। पति ने पूछा कि जब मैने फोन किया तो सब क्यो नही बताया। तो कहा कि तुम मुझे पीटते इस डर से नही बताया। अब इस निर्मम हत्या को लेकर गांव मे तरह तरह की चर्चाओं ने जन्म ले लिया। कैसी मां है जो अपनी हरकत छिपाने को मासूम बच्ची की हत्या करते समय जरा भी दिल को रहम नही आया। कलेजा जरा नही दहला जबकि घटना सुनने वालो के कलेजे दहल गये।