शिव महापुराण कथा के छठे दिन भगवान शिव की महिमा का गुणगान हुआ
By:Kabal Singh हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर। महाकाल शिव की अराधना करने और नाम जपने वाले पापों से मुक्त होकर मनोवांछित फल के भीगादार बनते हैं। भगवान शिव जीवों पर दया करने वालों पर विशेष कृपा बरसाते हैं। पौराणिक मुक्तेश्वर महादेव नक्का कुआं मंदिर में चल रही शिव महापुराण कथा के छठे दिन भगवान शिव की महिमा का गुणगान हुआ। व्यास आचार्य सुरेश दत्त महाराज ने कथा करते हुए कहा कि सूत जी बोले शंकर, मैंने अनजाने में या जानबूझकर जो जप पूजन आदि किया है। वह आपकी कृपा से सफल हो की कामना करते हुए शिव को पुष्पांञ्जलि समर्पित करते हुए विधि पूर्वक दान किया। व्यास ने कहा कि भगवान शिव की पूजा अर्चना और उनका नाम जपने वाले अपने पापों से मुक्त होकर मनोवांछित फल के भागीदार बनते हैं। उन्होंने कहा कि जीवों पर दया और मानव के प्रति दयालु रहने वालों पर भगवान शिव की विशेष कृपा होती है, इसलिए किसी भी द्वेष भावना नहीं रखनी चाहिए और अपनी सामथ्र्य के अनुसार जरूरतमंदों की हरसंभव मदद भी करनी चाहिए। इस अवसर पर मंदिर के मुख्य महंत बरहा गिरि महाराज, गजेंद्र गिरि, श्रावणा गिरि, रामगिरिस मंगलगिरि, आचार्य जयकुमार, आचार्य मदनपाल, आचार्य पंडित खिलानंद बिष्ट, अलका, शिवकुमारी, सुमन, राजवती, गायत्री, माला गर्ग, करुणा, रेणुका, शिवांगी, आनंद कुमार, संजय, सुभाष, विनोद, प्रशांत, बिजेंद्र सैनी, राधेश्याम, कृष्णदेव कंसल, दिनेश अग्रवाल, पूर्व चेयरमैन कृष्णवीर सिंह गब्बर, कृष्णकांत ढोला समेत सैकड़ों भक्त मौजूद रहे।