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गंगा नगरी में श्रद्धालुओं से मारपीट व अभद्रता होने का मामला अब लखनऊ पहुंचा

By:Arun Kumar हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर। एसपी के स्टिंग ऑप्रेशन में भंडाफोड़ होने के बाद ब्रजघाट गंगानगरी में होने वाली अवैध वसूली और उसका विरोध करने वाले श्रद्धालुओं से मारपीट के साथ ही सरेआम अभद्रता होने का मामला अब लखनऊ तक पहुंच गया है। राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं भ्रष्टाचार निवारण संघ के राष्ट्रीय महामंत्री पंकज लोधी राजपूत ने मुख्यमंत्री को मांग पत्र भेजा है। जिसमें उल्लेख किया है कि मुक्ति धाम के रूप में विख्यात ब्रजघाट गंगानगरी में प्रतिदिन दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हजारों श्रद्धालुओं का आगमन होता है। जो यहां आकर गंगा में डुबकी लगाने के साथ ही दिवंगतों का दाह संस्कार, अस्थि विसर्जन और बच्चों के मुंडन जैसे विभिन्न अनुष्ठान करते हैं। परंतु पालिका स्तर से छोड़े जाने वाले पार्किंग ठेके की आड़ में ठेकेदार के लठैत गंगानगरी से जुड़े सभी एंट्री वाले रास्तों पर खड़े रहते हैं, जो सरेराह खुलेआम ढंग में निर्धारित दर से अधिक पैसे की वसूली करते हैं। जिसका विरोध करने वाले बाहरी प्रांतों के श्रद्धालुओं से उनके परिजनों के सामने ही गाली गलौज और मारपीट से लेकर जमकर अभद्रता की जाती है। पत्र में उल्लेख किया है कि 24 फरवरी को एसपी द्वारा किए गए स्टिंग ऑप्रेशन में भी अवैध वसूली का एक बार फिर से भंडाफोड़ हो गया था, परंतु इसके बाद भी आरोपियों को जेल जाए बिना ही जमानत मिलने के कारण अवैध वसूली का गोरखधंधा न थमने से श्रद्धालुओं को राहत नहीं मिल पा रही है। पंकज लोधी का कहना है कि करीब छह माह पहले भी जिला प्रशासन के सामने अवैध वसूली की पोल खुलकर सामने आई थी, परंतु इतना सब कुछ होने के बाद भी पालिका प्रशासन ठेका निरस्त करने की बजाए चुप्पी साधकर मूकदर्शक बना हुआ है। वहीं पुलिस और प्रशासन भी महज औपचारिकता निभाकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है, जिससे ठेकेदार और उसके लठैत कर्मियों का हौंसला नहीं टूट पा रहा है। पंकज लोधी ने बताया कि अवैध वसूली से गंगानगरी की शान में बट्टा लगने का साथ ही बदनामी भी हो रही है, इसलिए शासन द्वारा उच्च अधिकारियों के माध्यम से प्रतिमाह औचक ढंग में निरीक्षण कराए जाने की व्यवस्था लागू कराई जाए। ताकि भविष्य में अवैध वसूली पर प्रभावी ढंग में रोक लगने के साथ ही श्रद्धालुओं को कोई अनावश्यक दिक्कत न झेलनी पड़ें।

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