इस्लाम धर्म को मानने वालों के लिए शब-ए-बारात फजीलत और इबादत की रात आज
By:Yunus Khan हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर। इस्लाम धर्म को मानने वालों के लिए शब-ए-बारात फजीलत और इबादत की रात होती है, जिसमें मुसलमान अल्लाह तबारक व तआला से अपनी गुनाहों की माफी मांगते हैं। शब-ए-बारात में हर मुसलमान पूरी रात जागकर नमाज अदा करते हैं और अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं। ऐसी मान्यता है, कि शब-ए-बारात में रहमत या मगफिरत की रात को सच्चे दिल से इबादत करने पर अल्लाह सारे गुनाहों को माफ कर देता है।
आज मनाई जाएगी शब-ए-बारात
इस साल शब-ए-बारात 25 फरवरी यानी आज मनाई जाएगी। इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक इस त्योहार को शाबान (इस्लामिक कैलेंडर का 8वां महीना) महीने की 14वीं तारीख को सूर्यास्त के बाद मनाया जाता है। शाबान, रजब महीने के बाद आता है, इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक,सोमवार 12 फरवरी को शाबान महीने की शुरुआत हुई थी और 25 फरवरी (आज) यानी शाबान महीने की 14वीं और 15वीं तारीख के बीच की रात को शब-ए-बारात मनाई जाएगी। हालांकि शाबान का चांद नजर आने के बाद ही शब-ए-बारात की सही तारीख तय होती है।
होली और शबे बरात के त्यौहार को लेकर पुलिस अलर्ट
होली और शबे बारात के त्योहार को शांतिपूर्ण संपन्न कराने को लेकर गढ़ पुलिस अलर्ट हो गई है। शुक्रवार शाम को कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार पांडे ने पुलिस टीम के साथ नगर में पैदल गश्त की और लोगों से संवाद किया। लोगों को भरोसा दिलाया कि पुलिस प्रशासन मानवता की सेवा के लिए अग्रसर है और लोगों से अपील की कि होली और शबे बारात के पर्व को शांतिपूर्ण मनाएं। उन्होंने लोगों से यह भी कहा कि अगर किसी ने इस पर्व पर शांति व्यवस्था भंग करने की कोशिश की तो उस पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी