झमाझम बारिश होने से गर्मी से मिली राहत, जलभराव से हुए लोग परेशान
सडक़ बन गई तालाब, ग्रामीणों का आवगमन हुआ ठप, दुकानों के अंदर भी भर गया बारिश का पानी
हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर। झमाझम बारिश से राहत मिलने के साथ ही लोगों को आफत भी झेलनी पड़ रही है। जलभराव होने से सडक़ तालाब बनने पर ग्रामीण घरों में कैद होने के मजबूर हैं और दुकानों में भी पानी भरने से पालिका के दावों की फिर से पोल खुलकर सामने आ गई है। कई दिनों के बाद बुधवार को दिन में तीन बार हुई झमाझम बारिशश से मौसम का मिजाज सुहावना हो गया है, जिससे हर किसी को उमस भरी गर्मी के साथ ही सूरज की तपिश से बड़े स्तर पर राहत मिली है। फसलों की सिंचाई को लेकर दिक्कत झेलते आ रहे किसानों के चेहरे भी खिल उठे हैं, क्योंकि अगले कई दिनों तक अब सिंचाई की कोई आवश्यक्ता नहीं पड़ेगी। परंतु चौतरफा राहत के साथ ही झमाझम बारिश से क्षेत्रवासियों को बड़ी आफत झेलने को भी मजबूर होना पड़ रहा है। क्षेत्र के गांव हैदरपुर में निकासी की उपयुक्त व्यवस्था न होने से आबादी के बीच बारिश का पानी भरने से सडक़ तालाब में तब्दील हो गई। गांव के मैन रास्ते से जुड़ी सडक़ पर कई फिट पानी भरा होने से महिला और बच्चों समेत ग्रामीणों को अपने घरों से बाहर निकल पाना भी बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। गांव के सैकड़ों ग्रामीण इसी सडक़ से होकर आवागमन करते हैं, परंतु बारिश का पानी भरने के कारण सडक़ के तालाब बनने से ग्रामीणों को लंबा फेर काटकर वैकल्पिक रास्तों से होकर आवागमन करना मजबूरी बनी हुई है। गढ़ के मीरा रेती में जलभराव होने से दुकानों केो अंदर पानी भर गया, जिससे पालिका के दावे और सफाई व्यवस्था की सारी पोल खुलकर फिर से सामने आ गई है। मांगेराम त्यागी, महकर प्रधान, योगेंद्र कुमार, महावीर सिंह, अमित कुमार, रोहताश सिंह, बालक राम का कहना है कि लगातार शिकायत करने के बाद भी ब्लॉक स्तर से कोई सुध लिया जाना संभव नहीं हो पा रहा है। सडक़ के तालाब बनने से घरों के बाहर निकलना चुनौती बनने के साथ ही मच्छर मक्खियों का प्रकोप बढऩे से संक्रामक बीमारी भी सिर उठा रही हैं। जिनसे मुक्ति के लिए अब ब्लॉक दफ्तर का घेराव करते हुए बेमियादी धरने पर बैठना मजबूरी हो गई है। एडीओ पंचायत अमित कुमार का कहना है कि जलभराव की समस्या का प्रभावी ढंग में निस्तारण कराने के लिए बहुत जल्द निकासी की व्यवस्था को चाक चौबंद कराया जाएगा।