महाशिवरात्रि पर सड़क में बने गड्ढे श्रद्धालुओं के लिए बनेंगे मुसीबत
By:Robin Sharma हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर। दो दिन बाद महाशिवरात्रि है, शिव मंदिरों की ओर जाने वाले मार्ग पर गड्ढे शिवभक्तों का इम्तिहान लेंगे। जब श्रद्धालु महादेव के जलाभिषेक के लिए नंगे पांव निकलेंगे,यह बजरी उनको उनको जख्म देंगी। अभी तक प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं की गई है। यह बात दीगर है कि सड़कों को गड्ढामुक्त किए जाने का दम काफी समय से भरा जा रहा है। प्रतिवर्ष इस पर लाखों रुपये खर्च भी हो रहे हैं, लेकिन सड़कों की दशा नहीं सुधर रही है। शिवरात्रि पर यही गड्ढे श्रद्धालुओं के लिए मुसीबत बनेंगे।
तहसील क्षेत्र में सड़कों को दुरुस्त करने के दावे तो किए जाते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ ओर ही है। दो दिन बाद आठ मार्च को महाशिवरात्रि है। और कांवड़ियों के जत्थे इन टूटी सड़कों से गुजरने शुरू हो गए है। लेकिन,उन्हें टूटी फूटी सड़कों से ही गुजरने को मजबूर होना पड़ रहा है । बदहाल सड़कें भोले के भक्तों की परीक्षा ले रही है। अफसोस की बात है कि उनकी राह आसान करने के लिए कोई पहल नहीं हो सकी है। सड़कों में बने गहरे गड्ढे, उखड़ी पड़ीं बजरी शिवभक्तों की राह में रुकावटें पैदा कर रही हैं। क्षेत्र में मेरठ रोड,नगर की स्याना रोड,तहसील रोड, मेरठ रोड से झड़ीना मार्ग, देहात की दर्जनों सड़के, बहादुरगढ़ और सिंभावली क्षेत्र में भी ऐसी कई सड़कें बदहाल हैं, जिनसे कांवड़िये होकर गुजरते हैं। प्रशासन द्वारा जिनके गड्ढे तक नहीं भरे गए हैं। जो शिव भक्तों को जख्म दे रही हैं।
सड़कों पर अतिक्रमण, कैसे गुजरेंगे कांवड़ियों के जत्थे
यातायात को सुलभ बनाने के लिए शासन के निर्देश का असर गढ़ क्षेत्र की सड़कों पर नहीं दिख रहा है। गढ़ चौपला से लेकर क्षेत्र के सभी संपर्क मार्गों पर बेतरतीब वाहन खड़ा करने वालों का कब्जा है।और सब्जी व फल विक्रेता भी अतिक्रमण किए हुए हैं। वही ब्रजघाट में भी सड़कों पर सामान रखकर लोग बेच रहे हैं। जिसके कारण राहगीरों और शिवभक्तों को कांवर लेकर निकलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
गढ़ चौपला से नक्का कुआँ रोड, तहसील रोड, स्याना रोड, मेरठ रोड और अंदर गढ़ जाने के लिए सभी मार्गों पर वाहन खड़ा रहते हैं। वाहन चालक सड़क की पटरी खड़ा करके सवारी बैठाते हैं। जिसकी वजह से जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है। सब्जी और फल विक्रेता अपनी अस्थाई दुकानें सड़कों पर लगाए हुए बैठे हैं। यहां तक की स्थाई दुकानदार भी अपना सामान दूकान से बाहर सड़कों पर रखे बैठे हैं, जो जिम्मेदारों को दिखाई नहीं दे रहा है। जिससे शिव भक्तों को कांवर लेकर निकलने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।