आवारा कुत्तों के आतंक से लोग परेशान
हापुड़। सडकों पर घूम रहे और मौत बनकर लेटे रहने वाले कुत्ते मौका मिलते ही राहगीरों पर हमला कर रहे हैं, जिसके कारण रैबीज का संक्रमण फैलने से क्षेत्र में कई मौत तक हो चुकी हैं। घरों के बाहर तेज आवाज में रातभर कुत्तों के भोंकने से बच्चों की मानसिक दशा पर भी बुरा असर पड़ रहा है, परंतु लगातार शिकायतों के बाद भी पालिका स्तर से कोई कार्रवाई कराया जाना संभव नहीं हो पा रहा है।
गढ़ ब्रजघाट गंगानगरी समेत समूचे पालिका क्षेत्र में कुत्तों के आतंक के साथ ही उनकी तादाद भी लगातार बढ़ती जा रही है। जो सुनसान सडक़ों से लेकर गली मोहल्लों में मौत बनकर मंडराते रहते हैं, और मौका मिलते ही राहगीरों पर हमला कर उन्हें घायल कर देते हैं। नगर में ऐसे ही एक कुत्ते का इस कदर आतंक रहा कि महज दो मिनट के भीतर ही उसने पास से होकर शांतिपूर्ण ढंग में आ जा रहे चार मासूम बच्चों पर हमला करते हुए उन्हें काटकर घायल कर दिया। जिन्हें इधर उधर छिपकर उससे जान बचाने को मजबूर होना पड़ गया। उक्त कुत्ते की हालत कैसी है, इस विषय में तो किसी को भी फिलहाल कोई सटीक जानकारी नहीं है। मगर उसके पागल होने की अफवाह फैलने से हर कोई बुरी तरह सहम उठा, जिसके चलते महिलाओं समेत लोगों ने आनन फानन में सडकों पर खेलकूद रहे अपने बच्चों को घर में बुलाकर दहशत के चलते दरवाजे तक बंद कर लिए। क्योंकि कुत्ते ने मासूम नमरा के शरीर से लेकर चेहरे तक को इस कदर नोंच डाला था कि वह दिल्ली एम्स में अब जिंदगी बचाने के लिए संघर्ष कर रही है। गढ़ ब्रजघाट समेत तहसील क्षेत्र से जुड़े गांवों में तीन माह के भीतर कुत्तों के काटने की सैकड़ों घटना हो चुकी हैं, जिससे स्पष्ट है कि आवारा कुत्तों का आतंक और उनकी तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। परंतु इतना सब कुछ होने के बाद भी पालिका स्तर से कोई कार्रवाई किया जाना संभव नहीं हो पा रहा है।
गर्मी के मौसम में कुत्ते और भी खुंखार हो जाते हैं, जिनके काटने से रैबीज संक्रमण फैलने के कारण मौत तक हो चुकी हैं
चिकित्सक शमशाद अली कहते हैं कि अप्रैल और मई माह में कुत्ते सर्वाधिक खुंखार होकर राहगीरों पर हमले करने लगते हैं, क्योंकि इन दोनों महीनों में तापमान सर्वाधिक रहता है। उन्होंने बताया कि कुत्तों के काटने से रैबीज संक्रमण फैलने के कारण मौत तक होती रहती हैं, क्योंकि इसी वजह से नंदकिशोर के साथ ही अख्तर खां के बेटे समेत क्षेत्र में कई मौत हो चुकी हैं।