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गंगा मेले के दौरान पशुओं की दौड़ करने पर होगी कानूनी कार्रवाई

गंगा मेले के दौरान पशुओं की दौड़ करने पर होगी कानूनी कार्रवाई

By:Robin Sharma

गढ़मुक्तेश्वर, हापुड़। कार्तिक पूर्णिमा मेले में आने वाले कुछ श्रद्धालुओं की ओर से पशुओं पर कहर ढहाया जाता है। चंद रुपयों के लालच में वह भैंसों की दौड़ कराते है। इस पशुओं की दौड़ को रोकने के लिए स्थानीय पुलिस ने अभी से तैयारियों को शुरू कर दिया है। इस बार पुलिस पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी जिलों की पुलिस का सहयोग लेगी। पुलिस के अधिकारियों की ओर से सभी जिले के पुलिस अधीक्षकों को पत्राचार किए गए है। जिसमें गांव गांव में पुलिस को भेजकर मेले में आने वाले श्रद्धालुओं से पशुओं की दौड़ न कराए जाने के लिए अपील करने की बात कही गई है। कार्तिक पूर्णिमा मेला कहने तो यहां गंगा की सफेद रेती पर रंग बिरंगे तंबू से सजाया जाता है। आस्था की पैरवी लूटने के लिए यहां पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों के अलावा दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान से श्रद्धालुओं का आगमन होता है।

करीब 10 दिन लगने वाले इस मेले में लाेग अपनी सभी दुख दर्द को भूलकर मौजमस्ती करते हुए नजर आते है। इनसे कहीं अलग कुछ लोग बेजुबान पशुओं पर अत्याचार करते है। ऐसे लोगों पर कार्रवाई और पशुओं की दौड़ रोकने के लिए पुलिस ने प्लान तैयार किया है। सीओ आशुतोष शिवम ने बताया कि इस बार जहां जिले की सीमा में प्रवेश करने पर सभी हाईवों पर बैरिकैड्स लगा दिए जाएंगे। वहीं विभिन्न स्थानों पर चेकिंग की जाएगी।

सीओ आशुतोष शिवम ने बताया कि इस बार पुलिस के उच्च अधिकारियों के निर्देश पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुज्जफरनागर, शामली, बागपत, सहारनपुर, बिजनौर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, नाेएडा आदि जिले के पुलिस अधीक्षकों को पत्राचार किया गया है। किए गए पत्राचार में उल्लेख किया गया है कि वह अपने अपने थाना क्षेत्रों में पुलिस टीम को भेजकर मेले में आने वाले किसानों से संपर्क करें। उन लोगों से बताए कि मेले के दौरान पशुओं की दौड़ करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आशुतोष शिवम ने बताया कि इस प्रकार से अपील करने पर कहीं हद तक पुलिस अपने प्लान में कामयाब होगी। उन्होंने बताया कि हापुड़ जिले की चारों सीमा पर कुछ न कुछ दूरी पर श्रद्धालुओं को रोककर होने वाली चेकिंग से भी दौड़ पर अंकुश लगेगा।

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