गालन्द में डॉ भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा को ध्वस्त कर लाठी चार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ न्यायिक जाँच व दोषियों पर कार्यवाही की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन
गुलफाम सैफी जिला संवाददाता
जनपद हापुड़ के समस्त अंबेडकर अनुयायियों ने ग्राम गालन्द में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी प्रतिमा स्थापित करने के दौरान पुलिस द्वारा की गई अनैतिक करवाई व डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को पुलिस द्वारा ध्वस्त कर गांव में बाबा साहब के अनुयायियों पर लाठी चार्ज, केस दर्ज, मारपीट व गिरफ्तारी को लेकर महामाई राष्ट्रपति के नाम जिलाधिकारी कार्यालय पर ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि ग्राम गालन्द 40 वर्ष पुराने अम्बेडकर भवन में डॉ भीमराव अम्बेडकर जी की प्रतिमा समस्त मौहल्लेवासियो की सहमति से स्थापित की गयी थी,जिसको लेकर कुछ असामाजिक तत्वों ने प्रतिमा स्थापित करने का विरोध किया और पुलिस को सूचना दे दी। जिसके पश्चात पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बिना किसी जाँच पड़ताल के रात्रि में प्रतिमा पर बुल्डोजर चलाकर बाबा साहब डा० अम्बेडकर की प्रतिमा को नष्ट कर दिया और मूर्ति के अवशेषो को अपने साथ ले गये व रात्रि मे ही गांव के 25-25 पुलिसकर्मीयों ने सादा वर्दी में जाटव समाज के घरो के दरवाजे तोडकर घर में घुसकर पुरूषों, महिलाओ व बच्चो पर बरबर्तापूर्व लाठी चार्ज किया, जिस कारण कई लोग गम्भीर रूप से घायल है, और हॉस्पिटल में भर्ती है, साथ ही जाटव समाज के 20-25 युवाओं को पुलिस उठाकर ले गयी है। पुलिस द्वारा इस सम्पूर्ण अनैतिक कार्यवाही से ग्राम गालन्द के जाटव समाज में डर व्याप्त है व हापुड़ सहित समस्त उ०प्र० के डॉ भीमराव अम्बेडकर साहब के अनुयायियों में रोष व्याप्त है, क्योकि बाबा साहब की प्रतिमा के ध्वस्त होने से उनकी भावनाएं आहत हुई है। इस समय गालन्द गांव में पुलिस के साथ-साथ पी०ए०सी० बल भी भारी संख्या में तैनात कर दिया गया है,गांव मे बाहरी लोगो के जाने पर रोक लगायी गयी है, जिस कारण गांव के अन्दर निवास करने वाले विशेष तौर पर जाटव समाज के लोगो में भय व्याप्त है और उनके साथ क्या कार्यवाही हो रही है, इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। किस कारण जाटव परिवारों के साथ अप्रिय घटना होने का भय अभी भी बना हुआ है। इस मामले को संज्ञान में लेते हुये नीचे दी गई मांगो को पूर्ण करने का प्रशासन द्वारा आश्वासन दिया जाये। गांव गालन्द में 40 साल पुराने डॉ अम्बेडकर भवन मे डॉ बाबा साहब की प्रतिमा जल्द से जल्द शासन द्वारा पुनः अपने खर्चे पर स्थापित करायी जाये,रात्रि में मूर्ति ध्वस्त कर महिलाओ और बच्चो के साथ जिन पुलिस कर्मीयो ने बरबर्तापूर्ण लाठी चार्ज की है, उनके खिलाफ न्यायिक जाँच व दोषियो पर कार्यवाही की जाये,रात में जिन युवाओं को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है, उन्हे सकुशल छोडा जाये, ताकि उनके परिवार का भय समाप्त हो, व दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जायें व पुलिस की अनैतिक कार्यवाही में घायल होने वाले लोगो का ईलाज व मुआवजा दिया जाये। ज्ञापन देने वालों में भीमपाल गौतम, एडवोकेट कपिल कुमार, एडवोकेट सोनू कुमार, बीपी गौतम, पीएस गौतम, डॉ योगेंद्र गौतम, नरेश, रमेश गौतम, संदीप बौद्ध आदि लोग मौजूद रहे।