पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए ब्यान पर भड़के जमियत उलूमा पदाधिकारी
कोतवाली प्रभारी को शिकायत पत्र देकर कार्रवाई की मांग की, शीघ्र ही रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की गई
हापुड़/गढ़मुक्तेश्वर। डासना देवी मंदिर के महंत यती नरसिंहानंद सरस्वती द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए विवादित ब्यान के बाद जमियत उलूमा के पदाधिकारियों ने रोष व्याप्त किया है उन्होंने कोतवाली पहुंचकर प्रभारी निरीक्षक को शिकायत पत्र देकर विवदित ब्यान पर कार्रवाई करने की मांग की है। पुलिस ने उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत कराने की बात कही है। शनिवार को कोतवाली पहुंचे जमियत उलूमा के पदाधिकारियों ने कहा कि पिछले दिनों गाजियाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में डासना देवी मंदिर के महंत यती नरसिंहानंद सरस्वती द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। उपरोक्त बयान यति नरसिंहानंद द्वारा दिया गया, अत्यंत अपमानजनक, आपत्तिजनक, उकसाने वाला है। इस नफरत भरे भाषण से यति नरसिंहानंद ने एक अल्पसंख्यक समुदाय (मुस्लिम समुदाय) के खिलाफ बहुसंख्यक समुदाय को भड़काने की प्रवृत्ति के साथ-साथ हिंसा भड़काने और शांति भंग करने की प्रवृत्ति दिखाई। उन्होंने लाखों-करोड़ों बहनों के साथ दुष्कर्म होने का झूठा, निराधार, गंभीर बयान दिया, जिससे उनका इरादा महिलाओं की गरिमा का अपमान करना है। इसके अलावा, यह भाषण न केवल झूठा और भ्रामक है बल्कि यह भारत की एकता को भी ख़तरे में डालता है। यह झूठा दावा कि भारत के मुसलमान अपने पैगंबर के प्रति धार्मिक दायित्व के रूप में महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार करते हैं, मुसलमानों और भारत के अन्य नागरिकों के बीच वैमनस्य या शत्रुता या घृणा या द्वेष की भावनाओं का कारण बनता है या पैदा करेगा। यह भाषण जानबूझकर मुसलमानों की धार्मिक भावना को ठेस पहुँचाने के दुर्भावनापूर्ण इरादे से दिया गया है और मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाता है क्योंकि यह हमारे पैगंबर मोहम्मद पीबीयूएच का अपमान है जिन्होंने लोगों के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया था। पदाधिकारियों ने संबंधित मामले में कार्रवाई करने की मांग की है।