किसान को फसल अवशेष में आग लगाना पड़ा महंगा
हापुड़। पिलखुवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव कांवी में एक किसान को फसल अवशेष में आग लगाना महंगा पड़ गया। आग ने ईख की फसल को अपने चपेट में ले लिया। जिसे बुझाने के प्रयास में किसान की जलकर मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलने पर मौके पर अफरा तफरी मच गई। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस बल तो पहुंच गया लेकिन, रास्ता न मिलने के कारण दमकल वाहन घटनास्थल तक नहीं पहुंच सका। हादसे में किसान की मौत होने से परिजन में कोहराम मच गया। फोरेंसिक टीम ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जानकारी के अनुसार पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के गांव कांवी निवासी 50 वर्षीय किसान यादराम शुक्रवार की दोपहर को अपने खेत पर गए हुए थे। उन्होंने खेत में ईख की फसल बो रखी थी। शुक्रवार को जब वह खेत पर थे तो, इसी दौरान उन्होंने खेत के आसपास पड़े फसल के अवशेष को जला दिया। कुछ ही देर में फसल के अवशेष से बेकाबू हुई आग ने ईख की फसल को चपेट में ले लिया। जिससे वह घबरा गए और घबराहट में ही फसल में लगी आग को बुझाने का प्रयास करने लगे। इसी दौरान वह भी आग की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गए और मौके पर ही उनकी जलकर मौत हो गई। वही दूर दराज खेतों में काम कर रहे अन्य किसानों ने जब एक खेत से धुआं निकलता देखा तो, वह मौके पर पहुंचे और उन्होंने आग को बुझाने का प्रयास किया। इसी दौरान किसी किसान ने अग्निशमन विभाग को घटना की जानकारी दे दी। सूचना मिलते ही दमकल कर्मी तुरंत मौके पर पहुंचे लेकिन रास्ता संकरा होने के कारण दमकल की गाड़ी को मौके पर पहुंचने में दिक्कत का सामना करना पड़ा और किसी तरह आग पर काबू पाया गया।