अंतिम पड़ाव पर विभिन्न रंग में नजर आ रहा है गंगा किनारा
हापुड़। कार्तिक पूर्णिमा मेला अपने आखिरी पड़ाव पर है,आज मुख्य स्नान होगा और 10 दिन तक चलने वाले इस मेले में का आज समापन हो जाएगा। इस दौरान गढ़ और तिगरी मेले के दोनों किनारे चकाचक रोशनी से गुलजार हो गए हैं। और एक अलग ही मंजर नजर आ रहा है। तंबुओं की महानगरी में परिवर्तित हुए खादर मेले में हर तरफ रंगत बढऩे के साथ ही श्रद्धालुओं का आगमन जोरों पर चलने से सभी रास्तों पर वाहनों का तांता लगा हुआ है। द्वापर युग से जुड़े महाभारत कालीन पौराणिक खादर मेला अब अपने अंतिम पड़ाव की तरफ बढ़ता जा रहा, क्योंकि दीपदान के पश्चात शुक्रवार को पूर्णिमा के मुख्य स्नान में डुबकी लगाकर अधिकांश श्रद्धालु अपने गंतव्य स्थलों को वापस लौट जाएंगे। जिसमें महज एक दिन का समय शेष बचने से हर घंटे महिला बच्चों समेत हजारों की भीड़ मेले में पहुंचकर रेतीले मैदान में तंबू गाढ़कर पड़ाव डालने में जुटी हुई है। दीपदान के बाद मुख्य स्नान पर्व में भाग लेने को नगर समेत आसपास के गांवों से जुड़े संपर्क मार्गों पर मेले को जा रहे श्रद्धालुओं से भरे वाहनों की संख्या में तेजी के साथ बढ़ोतरी हो गई है। हर तरफ से उमड़ रहे श्रद्धा के सैलाब और रंग-बिरंगी बल्बों की रोशनी से पौराणिक खादर मेला पूरी तरह गुलजार हो उठा है। गंगा में डुबकी के बाद कोई टापू पर मौज मस्ती कर रहा है तो कहीं सपेरे द्वारा बजाई जा रही बीन का आनंद लिया जा रहा है। महिला नाचते गाते हुए गंगा मैया का पूजन कर रही हैं। मीना और सदर बाजार समेत मेरठ, हापुड़, दिल्ली, बुलंदशहर सेक्टर और पशु मेले में लगीं दुकानों पर साज सज्जा समेत घरेलू उपयोग के सामान की खरीदारी करने वाली महिलाओं का तांता लगा हुआ है। मनोरंजन वाले साधन भी बच्चों समेत युवा वर्ग को खुश कर रहे है, और इस पौराणिक मेले में पड़ाव डालने वाले भक्ति में मस्ती के अनूठे संगम में जमकर मौज मस्ती भी कर रहे हैं। जिला पंचायत विभाग के आंकड़ों के अनुसार बृहस्पतिवार की देर शाम तक पौराणिक खादर मेले में 25 लाख और ब्रजघाट शहरी मेले में साढ़े तीन लाख से भी अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ पड़ाव डाल चुकी है। मेलाधिकारी और मेला सीओ का कहना है कि कार्तिक पूर्णिमा के मुख्य स्नान पर्व का समय नजदीक आते ही गंगा भक्तों की भीड़ में काफी बढ़ोतरी हो गई है, जिसके मद्देनजर सुरक्षा समेत सभी व्यवस्था पूरी तरह चाक चौबंद की हुई हैं।
दोपहर बाद उमड़ा आस्था का सैलाब, लगा जाम
दीपदान करने के बाद श्रद्धालुओं ने मेला स्थल से वापसी शुरू कर दी। शाम को 5 बजे के बाद से शाम 7 बजे तक गंगा के तटों पर दीपदान चला। कई रोज से पड़ाव डालने वाले श्रद्धालुओं ने मेले से अपने घर की ओर वापसी शुरू कर दी है। मेले में श्रद्धालुओं के आने तथा वापसी शुरू होने से तीर्थनगरी में जाम जैसे हालात बन गए। मेरठ रोड पर वाहनों की लंबी लाइन लगी हुई हैं। दीपदान के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को पहुंचने के लिए समय लग रहा था। 3 किमी का सफर तय करने के लिए वापसी में दो घंटे से ज्यादा लग गए। जबकि कई हजार ट्रेक्टर ट्राली, कार, भैंसा बुग्गी गढ़ नगर में जाम में फंस कर रुकी हुई थी।