रमजान में महंगाई की मार, फल-सब्जियों के दाम भी बढ़े
By:Yunus Khan हापुड़। रमजान का पाक महीना चल रहा है। इस दौरान, मुस्लिम धर्म को मानने वाले लोग तीस दिनों तक रोजा रखते हैं। इस वर्ष रोजेदारों पर महंगाई की मार पड़ी है। रोजा इफ्तार के लिए बाजार सामानों से पटा है, लेकिन लगभग हर चीज महंगी हैं। दिन भर रोजा रखने के बाद जब रोजेदार शाम को इफ्तार या तड़के शहरी करते हैं तो वो फल, खजूर और दूध का सेवन करना पसंद करते हैं। रोजेदारों की मांग के कारण रमजान के महीने में फल आदि के दाम आसमान छूने लगते हैं।इस बार भी ऐसा ही है। रमजान के महीने में बाजारों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। कुछ दिन पहले तक केला 40 रुपये दर्जन था तो अब 70 रुपये दर्जन मिल रहा है। सेब के दाम 80 रुपये किलो से बढ़ कर 140 रुपये हो गये हैं। तो वहीं, खजूर का भाव भी 100 से 200 रुपये प्रति किलो बढ़ गया है। संतरा भी 50 से 80 रूपये किलो हो गया है। फलों के अलावा दूध के दाम में भी उछाल आया है। बढ़ती महंगाई के कारण रोजेदार के इफ्तार पर खासा असर हुआ है। रोजेदार महंगे फल, सब्जी और खजूर खरीदने के लिये मजबूर हैं।
लोगों का कहना है कि इफ्तारी के समय केला,सेब, अंगूर फ़ल व खजूर तो सहरी के वक्त दूध ज्यादा पसंद है।रमजान में दूध की चीजें ज्यादा बनाई जाती हैं। पिछले साल की तुलना में इस बार दूध के दाम पांच से 10 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ गए हैं। हर चीज का दाम बढ़ गया है, पर क्या करें, मजबूरी है। रोजा खोलने के लिये फल व खजूर लेना पड़ता है।रमजान में फलों और मेवों की डिमांड ज्यादा होती है, इसलिये इनके भी दाम बढ़े हुए हैं। रोजेदारों की मांग को देखते हुए हर सामान का दाम बढ़ गया है। जैसे ही रमजान का महीना खत्म हो जाएगा, हर चीज से महंगाई कम हो जायेगी लेकिन तब तक लोग महंगाई में ही फल खरीदने को मजबूर है।