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जिला पंचायत अध्यक्षा ने मिलेट्स उत्पादन के लिये किसानो को किया जागरूक

नरेन्द्र सिंह

हापुड़:उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुरोद्धार कार्यकम योजनान्तर्गत मिलेट्स (श्रौअन्न) के उत्पादन एवं उपयोग में वृद्धि हेतु “मिलेट्स (श्रीअन्न) रेसीपी एवं उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन नवीन मंडी परिसर हापुड़ के ग्राउन्ड में मुख्य अतिथि श्री मती रेखा नागर की अध्यक्षता मे किया गया।

     जिला पंचायत अध्यक्षा श्री मती रेखा नागर ने मिलेट्स के लगे स्टालो का निरीक्षण के पश्चात लोगों को जागरुक करते हुए कहा की सभी किसानो से हमारा अनुरोध है की वे अपने खेती का एक हिस्सा मोटे अनाज के उत्पादन मे प्रयोग करे। उन्होने कहा की मोटे अनाज के उत्पादन से देश के बच्चों को कम बीमारियां होंगी और वे स्वस्थ रहेंगे। उन्होने कहा की हमे केवल मोटे अनाज के उत्पादन पर ही नही बल्कि अपने दैनिक जीवन मे भी उपयोग में लाना है। उन्होने कहा की किसान हमारे देश की बडी ताकत है किसान बंधु मोटा अनाज उगाकर लोगो मे खाद्य विविधता ला सकते है साथ ही मोटे अनाज के उगाने से फसल विविधता से किसान भाईयो की आमदनी मे भी बढोतरी होगी। उन्होने कहा की मा0 प्रधानमन्त्री मोदी और मा0 मुख्यमंत्री योगी की सरकार किसानो के उन्नति और लोगो से स्वस्थ के लिये अनेको काम कर रही है ये कार्यक्रम उसी का परिणाम है।

    उपनिदेशक कृषि ने मिलेट्स के बारे मे जागरूक करते हुए कहा की मिलेट्स फसलो को उगाने से किसान चौतरफा लाभ मे रहता है इस प्रकार की फसल मे कम लागत और कम समय लगता है जिससे किसानो के बचत मे वृद्धि होती है। साथ ही मिलेट्स फसलों में कीट कम लगते है, रासायनिक उर्वरक एवं पानी की भी ज़रूरतें कम होती है जिससे ये फसले जैव विविधता एवं जलवायु अनुकूलित होते है। उन्होने कहा की ये फसले प्राकृतिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत लाभकारी होती हैं क्योंकि इनसे कार्बन उत्सर्जन कम होता है अतः वर्तमान में कृषि की समस्याओं के निदान के लिए अपनाई जाने वाली प्राकृतिक खेती में समावेश करने के सर्वथा अनुकूल है उन्होंने कहा कि मिलेट्स फसल प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और मिनरल से भरपूर होती है जो कि हमें स्वास्थ्य लाभ तथा कुपोषण से लड़ने में मददगार साबित होगा। उन्होंने कहा कि मिलेट्स फ़सलों मे सूखा को सहन करने की क्षमता भी अत्यधिक होती है अतः समस्त किसान भाइयों को अपने फसल में मिलेट्स के उत्पादन को अधिक महत्व देना चाहिए।

     इस अवसर पर जिला कृषि अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, अपर मुख्य अधिकारी पंचायत, जिला गन्ना अधिकारी तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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