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बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की मौत

दिल की धड़कन रुकने के कारण हुई मुख्तार अंसारी की मौत- अस्पताल प्रशासन

By Gulfam Saifi

त्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार देर रात मौत हो गई। जेल की बैरक में मुख्तार अंसारी की तबीयत खराब होने पर जेल प्रशासन द्वारा रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही थी। सूचना मिली कि मुख्तार को आईसीयू से सीसीयू में भर्ती करना पड़ा। मिली जानकारी के अनुसार यहां मुख्तार के इलाज में नौ डॉक्टरों की टीम लगाई गई। हालांकि, मुख्तार की जान नहीं बच सकी। इससे पहले भी मंगलवार को उसे मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने कब्ज की समस्या बताई थी और इलाज के बाद उसी दिन कारागार भेज दिया था। बुधवार को जेल में उसके स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया था, जिसमें सब सामान्य मिला था।

कुछ दिन पहले ही मुख्तार अंसारी ने दावा किया था कि उसे धीमा जहर देकर मारने की कोशिश की जा रही है।

सुनवाई के दौरान लगाया था आरोप
लगभग 60 वर्ष के हो चुके मुख्तार ने सुनवाई के दौरान अदालत में आरोप लगाया था कि जेल में उसकी हत्या का प्रयास किया जा रहा है। उसे खाने में धीमा जहर दिया जा रहा है, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ रही है। मामले में एमपी एमएलए कोर्ट ने जेल प्रशासन से रिपोर्ट भी मांगी थी।

सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम

मऊ और गाजीपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यहां धारा 144 लागू कर दी गई है। साथ ही बांदा में भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। डीजीपी मुख्यालय ने भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। मुख्तार अंसारी 2005 से सजा काट रहा था। अलग-अलग मामलों में उसे दो बार उम्रकैद हुई है।

अस्पताल ने मेडिकल बुलेटिन जारी किया

आज सायं लगभग 8:25 बजे सिद्धदोष/विचाराधीन बंदी मुख्तार अंसारी पुत्र सुभानल्लाह उम्र लगभग 63 वर्ष को जेल कार्मिकों द्वारा रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज, बाँदा के आकस्मिक विभाग में उल्टी की शिकायत एवं बेहोशी की हालत में लाया गया। मरीज को नौ डॉक्टर्स की टीम द्वारा तत्काल चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करायी गयी। परंतु भरसक प्रयासों के बावजूद (Cardiac arrest) दिल की धड़कन रुकने के कारण मरीज की मृत्यु हो गई।

दादा स्वतंत्रता सेनानी, नाना ब्रिगेडियर और चाचा रहे उपराष्ट्रपति

मुख्तार अंसारी के परिवार की पूरी हिस्ट्री
मुख्तार अंसारी का जन्म गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद में 3 जून 1963 को हुआ था। उनके पिता का नाम सुबहानउल्लाह अंसारी और मां का नाम बेगम राबिया था। गाजीपुर में मुख्तार अंसारी के परिवार की पहचान एक प्रतिष्ठित राजनीतिक खानदान की है। 17 साल से ज्यादा वक्त से जेल में बंद मुख्तार अंसारी के दादा डॉक्टर मुख्तार अहमद अंसारी स्वतंत्रता सेनानी थे। गांधी जी के साथ काम करते हुए वह 1926-27 में कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे। मुख्तार अंसारी के नाना ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान को 1947 की लड़ाई में शहादत के लिए महावीर चक्र से नवाज़ा गया था। मुख्तार के पिता सुबहानउल्लाह अंसारी गाजीपुर में अपनी साफ सुधरी छवि के साथ राजनीति में सक्रिय रहे थे। भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी रिश्ते में मुख्तार अंसारी के चाचा लगते थे।

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