महंगाई की मार: सब्जियों की बढ़ती कीमतों से आम लोग परेशान
हापुड़। सब्जी मंडी में टमाटर का भाव इन दिनों लोगों को रुला रहा है। जनपद हापुड़ में भी सब्जी के दाम सातवें आसमान पर पहुंच गए हैं, देश के कई हिस्सों में टमाटर की कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम के पार हो गई है। यहां तक कि थोक मंडियों में इसके भाव 70 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए हैं। वहीं 120 रुपए किलो बिकने वाला हरा मटर भी अब 200 रुपये किलो बिक रहा है, अदरक 300 रुपए किलो तक बिक रहा है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, मंडी में सब्जी खरीदने पहुंच रहे व्यक्ति बढ़ते सब्जी के दाम सुन हैरान है, अधिक मात्रा में सब्जी लेने पहुंच रहे लोग बढ़ते दामों को सुनकर कम सब्जी खरीद कर अपने घर ले जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि टमाटर अब अपना असली लाल रंग दिखने लगा है, वहीं अन्य सब्जी भी आम लोगों की पहुंच से बाहर हो रही है, और सब्जी के बढ़ते दामों के कारण मंडी में सब्जी कम पहुंच रही है, जिस वजह से सब्जी के दामों में इजाफा हो रहा है, बाजार के जानकारों के अनुसार, बीते दो सप्ताह के दौरान ही बाजार में टमाटर सहित कई अन्य सब्जियों की कीमतें दोगुना और कहीं-कहीं उससे भी ज्यादा हो गईं हैं। गढ़मुक्तेश्वर की थोक सब्जी मंडी से टमाटर खरीद कर खुदरा बाजार में बेचने वाले गांव झड़ीना निवासी जगदीश और कपिल बताते हैं कि पिछले दो हफ्ते पहले जो टमाटर बाजार में अपनी क्वालिटी के हिसाब से 30 से 40 रुपये के भाव पर बिक रहा था, उसकी कीमतें अब सौ रुपये किलो से ऊपर पहुंच गईं हैं। व्यापारियों के अनुसार, सब्जियों की थोक और खुदरा कीमतों में इजाफा होने का सबसे बड़ा कारण मानसून से फसलों को प्रभावित करना है।
बारिश तो कहीं गर्मी से फसले हुई प्रभावित
जानकारों का कहना है, कि पिछले दिनों हुई भीषण गर्मी से टमाटर की फसल प्रभावित हुई है, इसके परिणामस्वरूप देश के कई राज्यों की मंडियों में टमाटर की आवक कम हो गई, जिससे कीमतें रातों-रात आसमान छू गईं। दूसरी ओर मॉनसून की बारिश शुरू होने से भी टमाटर की फसल प्रभावित हुई। टमाटर ही नहीं मंडियों में अन्य हरी सब्जियों की कीमतों में भी उछाल देखा जा रहा है। हालांकि उम्मीद की जा रही है, कि अगले एक-दो सप्ताह में जब टमाटर व अन्य सब्जियों की नई खेप की आवक बढ़ेंगी तब सब्जियों की कीमतों में राहत मिलगी।