धार्मिक अनुष्ठान को आने वालों से कर रही थीं झपटमारी, पुलिस ने किया गिरफ्तार
हापुड़। भीख मांगने की आड़ में गंगा भक्तों से झपटमारी कर रहीं दो महिलाओं समेत उनके सहयोगी को पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार करते हुए संबंधित धाराओं में कार्रवाई की है। दिल्ली एनसीआर और पश्चिमी यूपी समेत आसपास के कई राज्यों में ब्रजघाट गंगानगरी को मुक्ति धाम के रूप में ख्याति हासिल है। यहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु गंगा में स्नान, बच्चों का मुंडन, दिवंगतों का दाह संस्कार और अस्थियां विनसर्जन करने आते हैं। प्रतिमाह पूर्णिमा अमावस्या पर यहां लाखों की भीड़ जुटती है और कार्तिक पूर्णिमा समेत ज्येष्ठ दशहरा के मेलों में यह संख्या कई गुना अधिक हो जाती है। इसके अलावा भी गर्मी के सीजन में स्कूलों की छुट्टी होने पर महानगरों से आने वालों की संख्या में बड़े स्तर पर इजाफा हो जाता है, जो धार्मिक अनुष्ठानों के साथ ही यहां पिकनिक का लुत्फ भी उठाते हैं। इसी के चलते गंगानगरी में महिला बच्चों समेत सैकड़ों लोगों की भीड़ हर समय सडक़ों पर मंडराती रहती है, जो एंट्री वाले रास्तों पर खड़े होकर श्रद्धालुओं की कारों को जबरन रोक लेते हैं। जिसके उपरांत उनमें रखी दान सामग्री झपटने के साथ ही मौका मिलते ही मोबाइल समेत अपने कीमती सामान पर भी हाथ साफ कर दिया जाता है। जो श्रद्धालु इस छीना झपटी का विरोध करते हैं, उनसे सरेराह गाली गलौज और हाथापाई के साथ ही मारपीट तक कर दी जाती है। भीख मांगने की आड़ में चल रहे छीना झपटी के इस गोरखधंधे से गंगानगरी की शान में भी बट्टा लगता आ रहा है, क्योंकि यह खेल पिछले कई वर्षों से निरंतर चलता आ रहा है। पीडि़त श्रद्धालुओं द्वारा आए दिन चौकी में पहुंचकर शिकायत भी की जाती हैं, परंतु पुलिस किसी भी कार्रवाई के बिना मामले को रफादफा कर डालती है। जिससे झपटमारों पर अंकुश लगने की बजाए उनका हौंसला और संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। चौकी प्रभारी इंद्रकांत यादव ने बताया कि भीख मांगने की आड़ में श्रद्धालुओं के साथ झपटमारी होने को लेकर लगातार शिकायत आ रही थीं, जिन पर संज्ञान लेते हुए पुलिस टीम ने सुनीता, रेनू निवासी बागड़पुर और रोहताश निवासी हसनपुर को झपटमारी करते हुए रंगे हाथों दबोच लिया। जिनके विरुद्ध संबंधित धारा में कार्रवाई करते हुए इस प्रवृत्ति से जुड़े अन्य लोगों की तलाश भी कराई जा रही है।