गन्ना भुगतान को लेकर धरने पर बैठे भाकियू कार्यकर्ता
हापुड़। बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान को आई रकम कंट्रोलर द्वारा वापस लौटाए जाने पर भडके भाकियू कार्यकर्ता हंगामा और नारेबाजी करते हुए चीनी मिल का घेराव कर बैमियादी धरने पर बैठ गए। जिन्होंने बैंक कर्ज से पहले किसानों का भुगतान चुकता न होने पर आरपार की लड़ाई लडने का संकल्प दोहराते हुए वार्ता को पहुंचे समिति सचिव को बैरंग लौटा दिया। जनपद के किसानों का पिछले पेराई सत्र में बेचे गए गन्ने का करीब 220 करोड़ रुपये का भुगतान सिंभावली और ब्रजनाथपुर चीनी मिल पर बकाया चल रहा है, जिसका भुगतान न मिलने से आर्थिक तंगी में घिरे जरूरतमंद किसानों को ब्याज पर कर्ज तक लेने को मजबूर होना पड़ रहा है। परंतु दूसरी तरफ बकाएदारों पर शिकंजा कसते हुए बैंक के साथ ही तहसील का संग्रह विभाग उनका शोषण करने से बाज आने को तैयार नहीं है। सिंभावली चीनी मिल के दिवालिया घोषित होने पर कोर्ट द्वारा प्रबंधन की जगह अनुराग गोयल को कंट्रोलर नियुक्त किया था, जिन पर बकाया गन्ना भुगतान मद में आई रकम को वापस लौटाने का आरोप लगाते हुए भाकियू ने शनिवार को जमकर हंगामा किया। क्षेत्र के दर्जनों गांवों से आए सैकड़ों कार्यकर्ता सिंभावली में एकत्र हुए, जिन्होंने जिलाध्यक्ष दिनेश खेड़ा और जिला प्रवक्ता खुशनूद जूनियर के नेतृत्व में नारेबाजी करते हुए चीनी मिल का घेराव कर लिया। इसके उपरांत सैकड़ों कार्यकर्ता हेड ऑफिस पर बेमियादी धरना देकर बैठ गए। जिसकी अध्यक्षता जिला संरक्षक चौधरी इंद्रवीर सिंह और संचालन जिला प्रवक्ता कुँवर खुशनूद ने किया। जिला अध्यक्ष दिनेश खेड़ा ने कहा कि सिंभावली शुगर मिल पर दो सौ अट्ठारह करोड़ और ब्रजनाथपुर मिल पर अस्सी करोड़ का गन्ना मूल्य बकाया चल रहा है। जिसमें से हाल ही में सात करोड़ की रकम चीनी मिल द्वारा गन्ना मूल्य मद में भेजी गई थी, परंतु उसे बैंक कंट्रोलर ने रोक लगाकर वापस लौटा दिया है। उन्होंने कहा कि आर्थिक तंगी में घिरे किसानों को अपने ही गन्ना मूल्य का भुगतान न मिलना बेहद दुख और दुर्भाग्य का विषय है, इसलिए भुगतान चुकता होने तक भाकियू का बेमियादी धरना इसी तरह चलता रहेगा। इस दौरान महिला विंग जिला अध्यक्ष नीलम त्यागी, जिला महासचिव ममता शर्मा, शोभा देवी, कल्पना देवी, सरिता देवी, राजवीरी देवी, जिला महासचिव केप्टन राजेश चौधरी, जिला संरक्षक पीके वर्मा, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष जन्म सिंह, मंडल संगठन मंत्री महिपाल गुजराल, मंडल उपाध्यक्ष शब्बू चौधरी, डॉ. अनिल कुमार, सचिन, प्रदीप चौधरी, प्रदीप त्यागी, मदनपाल, हरेंद्र सिंह, शीशपाल, रणवीर सिंह, देवेंद्र, बबलू कुमार, कृष्ण कुमार, मोहित कुमार, कर्मवीर गुर्जर, अर्जुन सिंह चौधरी, वीरेंद्र त्यागी, ब्रह्मपाल त्यागी, पुष्पेंद्र सिंह, सुंदर सिंह गुर्जर, उमेश कुमार, डॉ. मतलूब, नौशाद अली, आरिफ प्रधान समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
वार्ता को पहुंचे गन्ना समिति सचिव को बैरंग लौटाते हुए किसानों के हित में आरपार की लड़ाई लडने की हुंकार भरी
सिंभावली गन्ना विकास समिति के सचिव राकेश पटेल वार्ता के लिए धरना स्थल पर पहुंचे। जिन्हें भाकियू कार्यकर्ताओं ने हंगामा और नारेबाजी करते हुए बैरंट लौटा दिया। जिलाध्यक्ष दिनेश खेड़ा ने कहा कि अगर दो दिनों के भीतर आईआरपी ने लौटाई गई राशि को किसानों के गन्ना खाते में भिजवाने के साथ ही शेष भुगतान की जल्द अदायगी को लेकर कोई प्रभावी व्यवस्था नहीं कराई तो फिर आईआरपी का पुतला जलाकर आंदोलन को और भी धार दी जाएगी।