एसपी-एएसपी को हटाए जाने पर भाकियू संघर्ष के पदाधिकारी डिप्टी सीएम से मिले
हापुड़। एसपी और एएसपी को हटाए जाने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए भाकियू के प्रतिनिधि मंडल ने डिप्टी सीएम से भेंट की। संबंधित प्रकरण की जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई के साथ ही किसानों से जुड़ीं समस्याओं के निराकरण की मांग भी उठाई। भाकियू संघर्ष के प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रीय अध्यक्ष सरनजीत गुर्जर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार के डिप्टी ब्रिजेश पाठक से लखनऊ पहुंचकर मुलाकात की। इस दौरान मुख्य रूप से पिलखुवा के रामा मेडिकल कालेज प्रबंधन और पुलिस विभाग के बीच उत्पन्न हुए गतिरोध को लेकर शिकायती पत्र सौंपा गया। जिसमें उल्लेख किया है कि एसपी अभिषेक वर्मा और एएसपी राजकुमार अग्रवाल को पूरी तरह गलत तरीके से हटाया गया। क्योंकि संबंधित वीडियो में पीड़ित महिला का परिजन मीडिया के सामने स्पष्ट तौर पर बोल रहा है कि हॉस्पिटल के कर्मचारियों द्वारा पुलिस के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए अपशब्द भी बोले गए थे। पुलिस कर्मियों के साथ धक्कामुक्की करते हुए उन्हें जबरन बाहर निकाला गया, परंतु सच्चाई जाने बिना ही एकतरफा ढंग में की गई कार्रवाई का भाकियू संघर्ष कड़ा विरोध करती है। पूरे प्रकरण की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कराई जाए। ताकि आम जनता की सुरक्षा करने वाली पुलिस का मनोबल न टूट पाए। सिंभावली शुगर मिल के दिवालिया घोषित होने के कारण बैंकों से पहले किसानों को उनके 260 करोड़ रुपये का गन्ना भुगतान अदा कराया जाए। इसके अलावा गांव अगापुर लौटी मार्ग पर बनाए जा रहे गंगा एक्सप्रेसवे पर अंडरपास की ऊंचाई बढ़वाने को लेकर धरने पर बैठे किसानों का समर्थन करते हुए उनकी मांग को पूरी कराए जाने का आग्रह भी किया गया। प्रतिनिधि मंडल में चिकित्सा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.राजेश चौहान, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ.वीपी सिंह, बुलंदशहर जिलाध्यक्ष बुलंदशहर डॉ.पुष्पेंद्र चौधरी, पश्चिम उत्तर प्रदेश के युवा अध्यक्ष नितेश पंडित, प्रदेश उपाध्यक्ष ठाकुर यशवंत सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष रोहित मोरल शामिल रहे।