गन्ना का भुगतान न होने के विरोध में भाकियू ने चीनी मिल का घेराव कर आंदोलन करने की हुंकार भरी
हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर। पेराई सत्र बंद होने के बाद भी गन्ना मूल्य का भुगतान न होने के विरोध में भाकियू ने सिंभावली चीनी मिल का घेराव करते हुए आंदोलन करने की हुंकार भरी। भाकियू टिकैत की मासिक पंचायत तहसील अध्यक्ष श्यामसुंदर त्यागी की अध्यक्षता और हापुड़ तहसील संयोजक विनोद शर्मा के संचालन में शुक्रवार को गढ़ चौपला स्थित कैंप कार्यालय में हुई। जिला प्रवक्ता खुशनूद जूनियर ने कहा कि पेराई सत्र बंद हुए अब डेढ़ सप्ताह का समय बीत चुका है, परंतु अभी तक जरूरतमंद किसानों को अपने ही गन्ने का भुगतान न मिलने से उन्हें आर्थिक तंगी के कारण बैंक समेत साहूकारों से ब्याज पर कर्ज लेने को मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि गन्ना भुगतान के साथ ही नियामवली के तहत ब्याज न मिलने के विरोध में एक मई को सिंभावली चीनी मिल का घेराव करते हुए बड़ा आंदोलन किया जाएगा। जिला अध्यक्ष दिनेश खेड़ा ने आरोप लगाया कि छुट्टा पशुओं की धरपकड़ करने में विफल साबित होता आ रहा शासन और प्रशासन अब लोकसभा चुनाव का बहाना बनाकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि निजी स्कूल संचालकों द्वारा कोर्स, ड्रैस और एडमीशन फीस की आड़ में अभिभावकों का खुला आर्थिक शोषण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद आंदोलन चलाकर निजी स्कूल संचालकों की लूट के साथ ही छुट्टा पशुओं की धरपकड़ न होने के विरोध में भी आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान संगठन के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।