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कारपेंटर की मौत के बाद आक्रोशित भीड़ हंगामा व नारेबाजी करते हुए थाने में धरने पर बैठी

शव आते ही हर तरफ गम और गुस्से का बन गया माहौल

By:Robin Sharma

हापुड़। पगार मांगने से नाराज चल रहे दबंगों द्वारा किए गए हमले में घायल हुए युवा कारपेंटर की उपचार के दौरान दिल्ली के अस्पताल में देर रात को मौत हो गई। जिसका शव घर आते ही भीड़ बेकाबू होकर हंगामा और नारेबाजी करते हुए थाने में धरने पर बैठकर कातिलों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग पर अड़ गई। जनपद के सिंभावली थाना क्षेत्र के हरोड़ा मोड़ पर रहने वाला युवा कारपेंटर आसिफ शुक्रवार की रात को एक शोरूम में काम कर रहा था। जहां गांव फुलड़ी के पूर्व प्रधान एवं साधन सहकारी समिति के पूर्व अध्यक्ष तसव्वर और उसके चार भाइयों ने उसे घेर कर लाठी डंडे बलकटी और ईंटों से जानलेवा हमला कर दिया था। इस घटना में गंभीर रूप से घायल हुए आसिफ को आनन फानन में हापुड़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परंतु हालत नाजुक होती देख चिकित्सकों ने उसे मेरठ को रेफर कर दिया था। मेरठ में भी हालात सुधारने की बजाय जब बिगड़ती चली गई तो वहां के चिकित्सकों ने उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल को रेफर कर दिया था। कई घंटे तक वेंटिलेटर पर रखकर उपचार किया गया, परंतु सिर में गहरी चोट लगी होने के कारण आसिफ की हालत में कोई भी सुधार संभव नहीं हो पाया और शनिवार की देर रात में आखिरकार उसके सांसों की डोर टूट गई। जिसका पता लगते ही सिंभावली और बक्सर समेत आसपास के गांव में भारी गम और गुस्से का माहौल व्याप्त हो गया। जैसे ही दिल्ली अस्पताल से शव घर लाया गया तो देखते ही देखते कुछ ही देर के भीतर हजारों की भीड़ वहां जमा हो गई। दबंगों द्वारा हत्या किये जाने से नाराज लोगों की भीड़ हंगामा और नारेबाजी करते हुए थाने में धरना देकर कातिलों को अविलम्ब गिरफ्तार करते हुए उनके घरों पर बुलडोजर चलाई जाने की मांग करने लगी। इस दौरान नाराज ग्रामीणों को थाने से जबरन बाहर निकलने का प्रयास किए जाने पर पुलिस के साथ नोकझोंक और तकरार भी हो गई। हालांकि बाद में सीओ आशुतोष शिवम, थाना प्रभारी एवं अंडर ट्रेनी सीओ पीयूष और अपराध निरीक्षक विनोद कुमार पांडेय द्वारा कातिलों को देर शाम तक गिरफ्तार करते हुए कड़ी कार्रवाई करने का भरोसा दिया गया। तब कहीं जाकर गुस्साई भीड़ थाना परिसर से वापस लौट पाई।

पगार का तकाजा करने से आग बबूला होकर दबंगों ने किया था जानलेवा हमला

मृतक कारपेंटर आसिफ के पिता का कहना है कि उसके बेटों ने करीब दो माह पहले अध्यक्ष तसव्वर के भाई शाहनवाज के घर में कामकाज किया था। जिसका बकाया चल रहा पेमेंट मांगने के लिए उसने एक दिन पहले ही तकाजा किया था, जिससे शाहनवाज और उसके परिजन बुरी तरह क्रोधित हो गए और पास की दुकान में ही कामकाज करने के दौरान जानलेवा हमला करते हुए बेटे की जान ले ली। पुलिस प्रशासन द्वारा उसे न्याय दिलाते हुए कातिलों के खिलाफ सख्त से सख्त कारवाई की जाए।

आसिफ की मौत होने पर अब हत्या के प्रयास की धारा को किया जाएगा हत्या में तरमीम

बेटे आसिफ पर हमला होने के बाद उसके पिता ने थाना सिंभावली में अध्यक्ष तस्बीर समेत उसके चार भाइयों के विरुद्ध जानलेवा हमला करने की धारा में मुकदमा दर्ज कराया था, परंतु अब आसिफ की मौत हो चुकी है। सीओ आशुतोष शिवम का कहना है कि कारपेंटर आसिफ की मौत होने के बाद उसके पिता द्वारा दर्ज कराया गया हत्या के प्रयास का मामला अब हत्या की धारा में तरमीम करते हुए आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बेहद गमगीन माहौल के बीच आसिफ को सुपुर्दे खाक किया गया

दिल्ली के अस्पताल में मौत होने के बाद युवा कारपेंटर आसिफ का शव रविवार की तड़के में लाया गया तो घर में कोहराम मचने के साथ ही हर तरफ मातम पसर गया। शव को देखते ही परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया और मौके पर जुटी महिला बच्चों समेत हजारों की भीड़ की आंखों से भी आंसू छलक उठे। हर कोई आसिफ की हत्या पर गम और गुस्से का इजहार करते हुए कातिलों को सख्त से सख्त सजा दिलाए जाने की मांग कर रहा था। कुछ घंटे के उपरांत नमाजे जनाजा अता की गई और फिर शव को कब्रिस्तान ले जाकर सुपुर्दे खाक कर दिया गया। हजारों की भीड़ ने दरूद फातिहा पढ़ते हुए मृतक आसिफ की मगफिरत के लिए दुआ की।

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