सच्ची निष्ठा से शिव का जाप करने वाले महादेव की कृपा के पात्र बनते हैं- आचार्य सुरेश दत्त
By:Arun Kumar हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर। शिव महापुराण कथा सुनते हुए सच्ची निष्ठा और लगने के साथ शिव का जाप करने वाले सभी पापों से मुक्त होकर महादेव की कृपा के पात्र बनते हैं। पौराणिक मुक्तेश्वर महादेव नक्का कुआं मंदिर में चल रही शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन भगवान शिव की महिमा का गुणगान किया गया। व्यास आचार्य सुरेश दत्त ने पार्थिव लिंग का महत्व बताते हुए कहा कि शिव पूजन के लिए सर्वप्रथम शुद्ध मिट्टी के द्वारा पार्थिव लिंग तैयार करके पंचामृत द्वारा स्नान कराना चाहिए। इसके बाद शिवलिंग पर चंदन, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य और तांबूल यज्ञोपवीत से पूजन करना चाहिए। भगवान को बेल पत्र, धतूरा, फल और भांग आदि चढ़ाना चाहिए, क्योंकि सच्ची निष्ठा और निष्पाप मन से शिव का नाम जपने से मनुष्य के समस्त पापों का नाश हो जाता है, क्योंकि शिव का नाम ही कल्याण है। उन्होंने कहा कि जो मनुष्य अपने शरीर पर रुद्राक्ष धारण करता है उसे दुख नहीं होता। मंदिर के मुख्य महंत बराहा गिरि महाराज ने कहा कि साधू का शरीर परमार्थ के लिए होता है, इसलिए संत लोग कथाओं के माध्यम से भक्तों को जगाते रहते हैं। फाल्गुन का पवित्र महीना चल रहा है उसी के उपलक्ष में सांसारिक लोगों के ज्ञान के लिए शिव महापुराण की कथा मंदिर में प्रारंभ कराई गई है। क्योंकि सभी के जन कल्याण के लिए भगवान देवाधिदेव महादेव ही एकमात्र सहारा हैं। इस दौरान महंत गजेंद्र गिरि, सेवागिर लक्ष्मण गिरि, करुणा देवी, शकुंतला, रामवती, गुंजन गर्ग, देव, कृष्ण कंसल, विनोद त्यागी, संजय यादव, मदन सैनी, चरण सैनी, रामावतार गर्ग, लोकेश गर्ग, दिनेश अग्रवाल, पंडित महेश शर्मा समेत महिला और बच्चों की भीड़ जुटी रही।