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50 हजार की रिश्वत लेते हुए लेखपाल रंगे हाथ गिरफ्तार

By:Robin Sharma

हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर। व्यवसायिक भवन का दाखिल खारिज कराने की आड़ में पचास हजार की रिश्वत ले रहे घूसखोर लेखपाल को मेरठ से आई विजिलैंस टीम ने पाउडर लगे नोटों की गड्डी के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर अपनी गिरफ्त में जकड़ लिया। शिकायत के आधार पर मेरठ से आई विजिलैंस टीम ने शनिवार की शाम को अति व्यस्तम गढ़ चौपला की जवाहर गंज मंडी के पास से रिश्वतखोर लेखपाल विपिन धामा को पचास हजार की घूस लेते समय रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। बहादुरगढ़ क्षेत्र के डेहरा कुटी में ओम बिल्डिंग के नाम से मैटिरियल बेचने की दुकान करने वाले सचिन चौहान निवासी गांव सलारपुर ने मार्च माह में 240 वर्ग गज का व्यवसायिक भवन बजरिये बैनामा पिछहत्तर लाख रुपये में खरीदा था। जिसमें स्टांप ड्यूटी 93 लाख रुपये के हिसाब से लगाई गई थी और कब्जा भी मई माह में ही प्राप्त कर लिया गया था। भवन के दाखिल खारिज की प्रक्रिया हेतु जुलाई माह में तहसीलदार कार्यालय में आवेदन किया गया था। दाखिल खारिज से जुड़ी प्रक्रिया के संबंध में हल्का लेखपाल विपिन धामा तीन चार दिन पहले सचिन चौहान की बिल्डिंग मैटीरियल की दुकान पर पहुंचा था। जिसने दाखिल खारिज कराने के नाम पर भवन की कीमत के एक प्रतिशत के हिसाब से नब्बे हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। सचिन चौहान ने इस संबंध में विजिलैंस कार्यालय मेरठ में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उल्लेख किया था कि पंद्रह अगस्त के दिन उसके पिता जयप्रकाश सिंह गढ़ तहसील मुख्यालय में लेखपाल विपिन धामा से मिले थे। जिन्होंने नब्बे हजार की रकम देने में असमर्थता व्यक्त करते हुए रिश्वत की रकम कम करने का अनुरोध किया था। जिस पर लेखपाल ने रिश्वत की रकम कम करते हुए पचास हजार में दाखिल खारिज कराने की हामी भर ली थी। परंतु वह अपने जायज काम की एवज में लेखपाल विपिन धामा को पचास हजार की रिश्वत देने की बजाए उसे घूस लेते समय रंगे हाथों पकड़वाकर दंडित कराना चाहता है। इसी शिकायत के आधार पर शनिवार की शाम को एसपी इंदू सिद्धार्थ और सीओ दीपक त्यागी के नेतृत्व में आई सतर्कता अधिष्ठान मेरठ की टीम ने बड़े ही योजनाबद्ध ढंग में घेराबंदी करते हुए जयप्रकाश चौहान से पचास हजार की रिश्वत लेते हुए लेखपाल को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। घूसखोर लेखपाल को अपने शिकंजे में लेने के बाद विजिलैंस टीम आनन फानन में उसे कोतवाली को ले आई। जहां कई घंटों तक घूसखोर लेखपाल से कड़ाई के साथ पूछताछ का दौर चलता रहा। विजिलैंस विभाग की एसपी इंदू सिद्धार्थ ने बताया कि व्यवसायिक भवन का दाखिल खारिज कराने की आड़ में पचास हजार रुपये की रिश्वत लेने के दौरान घूसखोर लेखपाल विपिन धामा को रंगे हाथों गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध गढ़ कोतवाली में संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत करा दिया गया है।

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