सेन समाज की बैठक संपन्न, समाज की एकता पर दिया जोर
सेन समाज की बैठक संपन्न, समाज की एकता पर दिया जोर
समाज को जाति में बांटने का काम कर रहे राजनीतिक दल, जन सेवा दल का काम सबको साथ रखना: विनेश भईया
गुलफाम सैफी संवाददाता हापुड़
हापुड़: जन सेवा दल की बैठक पूर्व प्रधान सेन समाज हापुड़ महेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में प्रेम वाटिका ग्राम केली मेरठ में आयोजित हुई। बैठक में समाज के सर्वांगीण विकास के लिए सामूहिक विवाह सम्मेलनों को बढ़ावा देने, समाज में व्याप्त कुरीतियों के निवारण के लिए जागरूकता अभियान चलाने,जन सेवा दल के बैनर तले कार्य करने तथा समाज की एकजुटता बढ़ाने पर चर्चा की गई।समन्वय बैठक में मुख्यातिथि के रूप जन सेवा दल के संस्थापक व विधान केसरी के संपादक विनेश भईया ने कहा कि राजनीतिक लोगों का काम है समाज को जाति में तोड़ना और उसके जरिए उत्पन्न स्थिति का फायदा उठाना, इसके लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाना लेकिन इससे अलग हमें जन सेवा दल की सोच के आधार पर सबको साथ लेकर चलना है। सामाजिक समरसता बनाकर रखना हमारा कर्तव्य है।जिससे जगह-जगह हो रही सेन समाज के साथ घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।इसलिए हमे अपने सेन समाज के इतिहास ध्यान में रखते हुए एकजुटता दिखानी है।वही जन सेवा दल के प्रदेश मीडिया प्रभारी मंजेश ठाकुर ने कहा जागरूकता अभियान के द्वारा समाज को एक जुट करने तथा समाज में व्याप्त कुरीतियों के निवारण के लिए गांव-गांव तथा घर-घर जार लोगों को जोड़ा जाएगा।ऐसी कोर कमेटी की बैठक का आयोजन सभी जिलों में किया जाएगा।ताकि सन 2027 के इलेक्शन में बहुमत से जीता जा सके।वही आयोजक राजबहादुर वर्मा ने बैठक में विचार-विमर्श किया गया कि सेन समाज में बच्चों की शिक्षा पर अधिक ध्यान दिया जाए।शिक्षा से ही समाज का बदलाव सुनिश्चित होता है। सामाजिक रीतियों में समय-समय पर सुधार की आवश्यकता है। समाज की एकजुटता अति आवश्यक है। सभी के साथ प्रेम- सहयोग करना चाहिए।वही बैठक में नवल किशोर,शिव नारायण शर्मा,कैप्टेन तेजपाल सिंह,रामजी लाल,मांगेराम,प्रधान उदयवीर सिंह,राजबहादुर वर्मा,गजराज सिंह,कृष्णपाल, सूरज प्रकाश,जयपाल सिंह, रामावतार खरखोदा,दयाचंद वझीलपुर,अनिल कुमार(हसनपुर कला),मनोज वर्मा पांची,वरुण वर्मा, पूर्व प्रधान राकेश पांची,मोहन पांची,दिनेश महेश(हसनपुर कला),रामपाल सिंह(अमरपुर),सुनील कुमार(अटौला),दीपक कुमार,सतीश चन्द्र(राजपुरा),स्वराज सिंह पांची,आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।